मेरठ से फिर एक और कारीगर  50 लाख का सोना लेकर फरार

ज्वैलरी पर मीनाकारी सजाने का लिया था ऑर्डर, थाने पहुंचे ज्वैलर्स

मेरठ। मेरठ के  सराफा बाजार से कारीगरों को सोने के आभूषण लेकर फरार होने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब एक बार फिर से सराफ बाजार से बंगाली कारीगर 50 लाख के आभूषण लेकर फरार हो गया। कारीगर की सराफा कारोबारी खोजबीन विफल होन पर देहली गेट थाने में रिपोट  दर्ज करायी है। पुलिस ने मामले की जांच पडताल आरंभ कर दी है। 

मेरठ बुलियन ट्रेडर्स एसो. के महामंत्री विजयानंद अग्रवाल ने बताया कि सराफा बाजार में आशीष और अशोक नामक सराफा कारोबारी हैं। यहीं बाजार में शफीकुर और उसका बेटा नौशाद अपने साथियों के साथ मिलकर जेवर पर मीनाकारी का काम करते हैं। गोपाल मार्केट में इनकी दुकान है। ज्वैलर्स से जेवर लेकर ऑर्डर पर उसे मीनाकारी से सजाते हैं।उन्होंने बताया  4 दिन पहले नौशाद, शफीकुर ने आशीष और अशोक दो सराफा कारोबारियों से लगभग 50 लाख रुपए कीमत की गोल्ड ज्वैलरी ऑर्डर पर ली थी। ज्वैलरी पर रंगाई होनी थी। लेकिन 2 दिनों से कारीगरों का फोन बंद जा रहा है। दुकान भी बंद है। ये लोग बंगाली कारीगर हैं। दुकान, मोबाइल बंद होने पर जब उनसे जुड़े दूसरे कारीगरों से संपर्क किया तो 3 कारीगर और गायब मिले हैं। पता चला कि शफीकुर की मां की मौत हो गई है वो बंगाल अपने घर गया है।​​​​​​​ अब इन कारीगरों का कहीं पता नहीं चल रहा। ये अपने घर बंगाल भी नहीं हैं। मां की मौत की सूचना भी फर्जी थी। ये कारीगर जेवर लेकर फरार हो गए हैं। सराफा कारोबारियों ने कहा कि 1 हजार कारीगरों का हम वेरीफिकेशन करा चुके हैं। लेकिन हमारे पास कानूनी अधिकार नहीं है। हमें पुलिस, प्रशासन की मदद चाहिए वो कारीगरों के वेरीफिकेशन में हमारी मदद करे।

 पहले भी हो चुके है आभूषण लेकर फरार 

 ऐसा कोई पहली बार नहीं हुआ है। दरअसल मेरठ के सराफा कोराबारी पूरी तरह बंगाली कारीगर पर टिके हुए है। आभूषणों को बनाने का कार्य वहीं करते है। यहां करीब दो हजार के करीब कारगीगर है। जो लंबे समय से काम करते आ रहे है। पहले भी यहां से कारीगर सोने के आभूषण लेकर फरार हो चुके है। 

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