सुभारती विश्वविद्यालय में हुआ स्वच्छता कार्यक्रम का आयोजन
मेरठ। स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय के स्वच्छता अभियान समिति द्वारा एक तारीख एक घंटा स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम के अन्तर्गत विश्वविद्यालय परिसर एवं सुभारती पुलिस चौकी परिसर व बाहर मुख्य मार्ग पर सफाई अभियान चलाया गया। इसी क्रम में सरदार पटेल सुभारती विधि संस्थान द्वारा भी स्वच्छता कार्यक्रम का आयोजन सुभारती विधि संस्थान के निदेशक जस्टिस राजेश चंद्र पूर्व न्यायमूर्ति इलाहाबाद उच्च न्यायालय के दिशा निर्देशन तथा प्रो. डॉ वैभव गोयल भारतीय संकाय अध्यक्ष सुभारती विधि संस्थान के मार्गदर्शन में सुभारती विधि संस्थान की स्वच्छता समिति द्वारा आयोजित किया गया।
कार्यक्रम का उद्देश्य जन मानस में ‘स्वच्छता और स्वास्थ्य’ किस प्रकार एक दूसरे के पूरक होते हैं, के विषय में जागरूक करना रहा। इस स्वच्छान्जलि कार्यक्रम का प्रारंभ प्रातः 10:00 बजे सुभारती विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार से प्रारंभ कर विश्वविद्यालय के समीप स्थित पुलिस चौकी व मलिन बस्ती में किया गया। स्वच्छता ही सेवा है इस भाव के साथ सरदार पटेल सुभारती इंस्टिट्यूट ऑफ़ लॉ के प्राचार्य प्रो. डॉ वैभव गोयल भारतीय के नेतृत्व में सुभारती विधि संस्थान के विद्यार्थियों अक्षदीप, सिद्धांत, रितिका, सृष्टि आदि विद्यार्थियों ने जनमानस को स्वच्छता से किस प्रकार स्वास्थ्य प्राप्त किया जा सकता है के महत्व के विषय में बताया।
जस्टिस राजेश चंद्र ने बताया कि हमारे देश में हर जगह जो गंदगी का अंबार दिखता है, उसकी एक बड़ी वजह यह है कि हम कही भी कूड़ा फेंकने की आदत से मजबूर हैं, लोग अपने घरों को साफ-सुथरा तो रखना चाहते हैं, लेकिन आसपास के क्षेत्र में ही अपने घरों का कूड़ा फेंकते हैं। यही वजह है कि शहरों और गाँवों की सड़के व गलियाँ गंदगी से पटी रहती हैं। लोग यह मानते हैं कि सडकों की सफाई का काम सरकारी एजेन्सियों का है। हममें से ज्यादातर लोग इस बारे में कभी गम्भीरता से नहीं सोचते कि अगर हमारे आसपास का मोहल्ला स्वच्छ नहीं रहेगा, तो घर चाहे जितना भी हम साफ रखें, आसपास की गंदगी हमें बीमार बनायेगी।जब तक हमारे घर और रास्ते गंदे रहेंगे, तब तक हम अपने – आपको सभ्य और सुसंस्कृत नहीं कह सकते। स्वच्छता कोई काम नहीं है, जो पैसे कमाने के लिये किया जाए बल्कि, ये एक अच्छी आदत है जिसे हमें अच्छे स्वास्थ्य और स्वस्थ जीवन के लिये अपनाना चाहिये। स्वच्छता पुण्य का काम है जिसे जीवन का स्तर बढ़ाने के लिये, एक बङी जिम्मेदारी के रुप में हर व्यक्ति को इसका अनुकरण करना चाहिये। अपने घर, पालतू जानवर, अपने आस-पास, पर्यावरण, तालाब, नदी, स्कूल आदि सहित सबकी सफाई करते हैं। धरती पर हमेशा के लिये जीवन को संभव बनाने के लिये अपने शरीर की सफाई के साथ पर्यावरण और प्राकृतिक संसाधनों (भूमि, पानी, खाद्य पदार्थ आदि) को भी साफ बनाए रखना चाहिये।
कार्यक्रम में डॉ संदीप कुमार, डॉ विवेक कुमार, डॉ सरताज़ अहमद, डॉ एससी थलेड़ी, डॉ अनोज राज, डॉ शशि राज तेवतिया, समन्वयक आफरीन अलमास, राजकुमार सागर, रॉबिन भारद्वाज, एनएसएस यूनिट आदि ने लोगों को स्वच्छता के महत्व के से अवगत कराया।
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