अनमोल बचन
1- पानी अगर मर्यादा तोड़ने पर आ जाए तो तय है विनाश और अगर जुबान मर्यादा तोड़े तो फिर होता है सर्वनाश।
2- कोई भी काम करने के लिए जिस शक्ति की जरुरत होती है, वो है विश्वास। इससे बड़ी कोई शक्ति नहीं होती।
3- जब किसी आदमी को ज्यादा सोचने की बीमारी लग जाती है तो वो होश में रहकर भी बेहोश ही रहता है।
4- जब तक हम खुद पर विश्वास नहीं करते तब तक भगवान् पर भरोसा करना भी मुश्किल है।
5- अपने प्राण देकर भी अपने दोस्त का जीवन बचा लेना चाहिए।
6- इस दुनिया में ज्यादा सीधा और भोला होना भी अच्छा नहीं है। ज्यादा सीधे पेड़ पहले काटे जाते हैं, जबकि टेढ़े मेढ़े बच जाते हैं।
7- लोग आपसे कहते हैं की आप अच्छा और बेहतर करें, लेकिन इस दुनिया की सच्चाई ये है की यहाँ कोई भी नहीं चाहता की आप उनसे बेहतर करें।
8- सोच को हमेशा अच्छा रखो, क्योंकि नज़र का इलाज संभव है लेकिन नजरिये का नहीं।
9- श्रेष्ठ होना कोई काम नहीं है, बल्कि यह तो एक आदत होती है, जिसे हम बार बार करते हैं।
10- आप जो भी करते हैं वो एक दिन ख़त्म हो जाएगा, लेकिन इसका मतलब ये नहीं की आप कुछ करें ही ना।
11- जो व्यक्ति अपने जीवन में कुछ कर ही नहीं रहा है, वो एक मुर्दे के समान है।
12- कोई खुद को कितना भी श्रेष्ठ कहे, लेकिन सच्चाई ये है की प्रकृति किसी एक को सर्वश्रेष्ठ नहीं बनने देती। कोयल को कंठ दिया तो उसका रूप छीन लिया, रूप दिया मोर को, तो उसका कंठ छीन लिया।

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