लौह पुरूष सरदार पटेल की जयन्ती की पूर्व संध्या पर राष्ट्रीय संगौष्ठी एवं सम्मान समारोह
--अंग्रेजो की गुलामी से आजाद हुए पाँच सौ पचास से अधिक रियासतो में खण्डित भारत को एक तिरंगे के नीचे लाकर ’’अखण्ड भारत के शिल्पकार सरदार पटेल’’ ने बताया कि सच्ची आजादी के मायने क्या होते है- डॉ सुधीर गिरि,
अखण्ड भारत के इतिहास में पटेल जी जैसा दूरदर्शी एवं प्रभावी प्रशासक उनके समकालीन कोई दूसरा नहीं- श्री वीरेन्द्र सिंह, एमएलसी
मेरठ।सोमवार को राष्ट्रीय राजमार्ग बाईपास स्थित श्री वेंक्टेश्वरा विवि में देश की एकता/अखण्डता के शिल्पकार लौह पुरूष सरदार पटेल की जयन्ती राष्ट्रीय एकता दिवस पर पटेल व्यक्ति व्यक्तित्व या महामनव नहीं, बल्कि एकता/अखण्डता एवं अनुशासन की सर्वोच्च संस्था’’ विषय पर एकदिवसीय राष्ट्रीय संगौष्ठी एवं सम्मान समारोह का शानदार आयोजन किया गया, जिसमें देश भर से आये वक्ताओ, शिक्षाविदो ने एकजुट में सरदार पटेल के अग्रेंजो से आजाद देश को अखण्ड भारत बनाने मे दिये गये अतुल्यनीय योगदान का जिक्र करते हुए उनको आधुनिक भारत का शिल्पकार करार दिया।
वेंक्टेश्वरा विश्वविद्यालय/संस्थान के पटेल सभागार में आयोजित संगौष्ठी का शुभारम्भ मुख्य अतिथि पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं एमएलसी उत्तर प्रदेश सरकार विरेन्द्र सिंह समूह चैयरमेन डॉ सुधीर गिरि, प्रधान सलाहकार प्रो वीपीएस अरोड़ा, प्रतिकुलाधिपति डॉ राजीव त्यागी आदि ने सरस्वती माँ की प्रतिमा के सन्मुख दीप प्रज्जवलित करके किया।
इस अवसर पर प्रभारी कुलपति डॉ राकेश यादव, कुलसचिव डॉ पीयूष पाण्डेय, डॉ यतीन्द्र कटारिया, राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य डॉ अवनी सिंह, दर्जा प्राप्त मंत्री डा मोमराज सिंह, पंतजलि योग पीठ के अठिष्ठाता महर्षि जगत दौसा, गुप एडवाईजर आरएस शर्मा, डॉ राजेश सिंह, डॉ एसएन साहू, डॉ दिव्या गिरिधर, डॉ एल एस रावत, डॉ अनिल जायसवाल, डा सीपी सिंह, डॉ तेजपाल सिंह, डॉ राजवर्द्धन, डॉ राहुल, डॉ ओमप्रकाश, डॉ अश्विन, डॉ मोहित शर्मा, डॉ योगेश्वर शर्मा, सीएफओ विकास भाटिया, मारूफ चौधरी, अरूण गोस्वामी, एसएस बघेल, डॉ रामयश सिंह, गुरूदयाल कटियार, प्रीतपाल, मेरठ परिसर स निर्देशकडा प्रताप, मीडिया प्रभारी विश्वास राणा आदि लोग उपस्थित रहे।
No comments:
Post a Comment