सुभारती विश्वविद्यालय में विशाल अमृत कलश यात्रा का आयोजन

मेरठ, (12 अक्टूबर,2023), स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय, मेरठ की एन.एस.एस. विंग द्वारा पूरे उत्साह और सम्मान के साथ "मेरी माटी, मेरा देश" अभियान के तहत एक विशाल "अमृत कलश यात्रा" का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय स्तर के इस कार्यक्रम की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा की गई है। 

स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) विभाग द्वारा 'मेरी माटी मेरा देश' (एमएमएमडी) अभियान के इस "अमृत कलश यात्रा" में विश्वविद्यालय की एनएसएस की चारों इकाइयों के सभी स्वयंसेवक और अन्य कॉलेज के विद्यार्थी इस प्रतिष्ठित कलश यात्रा का हिस्सा बने।

कलश यात्रा की शुरुआत विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार से 'भारत माता की जय', 'मेरी माटी मेरा देश', 'मैं नहीं बल्कि आप' और कई अन्य देशप्रेम एवं राष्ट्रवाद के नारों के साथ हुई। जिसके बाद यह यात्रा विश्विद्यालय के बाह्य परिसर से होते हुए कुलपति कार्यालय के सामने पहुंची, जहां विश्वविदयालय की मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रो. (डॉ.) शल्या राज और कुलपति मेजर जनरल (डॉ.) जी.के. थपलियाल, एसएम (से.नि.) और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने यात्रा का स्वागत किया और देश के लिए शहीद हुए वीरों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

इस अवसर पर अपने संबोधन में डॉ शल्या राज ने छात्रों को राष्ट्रीय महत्व की अधिक से अधिक गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सुभारती विश्वविद्यालय का मुख्य आदर्श वाक्य "राष्ट्र प्रथम, देश प्रथम" है और विश्वविद्यालय अपनी स्थापना से ही लगातार राष्ट्रीय महत्व के कार्यक्रम आयोजित कर रहा है।

अपने संबोधन में कुलपति मेजर जनरल डॉ. जी.के. थपलियाल ने यात्रा का स्वागत करते हुए कहा कि हमें देश के सभी शहीदों को याद रखना है और देश के प्रति हमेशा जागरूक रहना सभी का कर्तव्य है। डॉ. थपलियाल ने कहा कि विश्वविद्यालय सभी राष्ट्रीय अभियानों का आयोजन विश्वविदयालय में कर रहा है और विश्वविद्यालय की एनएसएस विंग इसे बहुत अच्छे तरीके से संपन्न कर रही है। 

अमृत कलश यात्रा का शुभारंभ विश्वविद्यालय के गेट नंबर 2 धनसिंह कोतवाल द्वार से किया गया और बाह्य परिसर एनएच 58 से होते हुए विश्वविद्यालय के गेट नंबर 3 से पुनः विश्विद्यालय में प्रवेश किया और सुभारती डेंटल कॉलेज के सामने से होते हुए यह अमृत कलश यात्रा वीसी ऑफिस पहुंची जहां से यह चंद्रशेखर आजाद मार्ग होते हुए यूक्वांग द्वार से निकल कर भामाशाह मार्ग से पुतलीमाया द्वार से होकर शहीद दरेंद्र सिंह सहरावत द्वार से होकर आईएनए शहीद स्मारक पर समाप्त हुई।  जहां सभी अमृत कलशों को इस समारोह के मुख्य अतिथि नेताजी सुभाष चंद्र बोस पीठ के अध्यक्ष डॉ. देशराज को दिया गया। जिसके बाद डॉ. देशराज ने स्वयंसेवकों को "पांच प्रण शपथ" दिलाई। प्रतिज्ञा समारोह की अध्यक्षता सुभारती लॉ कॉलेज के प्राचार्य प्रो.(डॉ.) वैभव गोयल भारतीय ने की। उन्होंने इस अमृत कलश यात्रा के समापन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि यह कलश यात्रा अनुशासित तरीके से शुरू हुई है और इसकी सभी को सराहना करनी चाहिए, उन्होंने स्वयंसेवकों को प्रेरित किया और शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के एनएसएस कार्यक्रम समन्वयक प्रोफेसर (डॉ.) सुभाष चंद्र थलेडी ने सभी स्वयंसेवकों को कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए बधाई दी। डॉ. थलेडी ने अपने धन्यवाद प्रस्ताव में कहा कि सभी कॉलेजों ने इस आयोजन के लिए अपना समर्थन दिया और उन्होंने विश्वविद्यालय के सभी संकाय, कार्यक्रम अधिकारियों, गैर-शिक्षण कर्मचारियों, प्रॉक्टोरियल बोर्ड, सुरक्षा विंग को धन्यवाद दिया।उन्होंने एनएसएस के कार्यक्रम संयोजकों का विशेष धन्यवाद करते हुए राम प्रकाश तिवारी, हिमांशु सिरोही, धर्मेंद्र सिंह और शिवानी भदौरिया का आभार व्यक्त किया।

इस दौरान विश्वविद्यालय के कुलसचिव ग्रुप कैप्टन एम. याकूब (रि.), आईक्यूएसी के निदेशक डॉ. कपिल कुमार वर्मा, प्रो. रेनू मावी, चीफ प्रॉक्टर डॉ. शशिराज तेवतिया, डॉ. संचित प्रधान, प्रोफेसर मुकेश रुहेला, डॉ. श्रवण कुमार, प्रोफेसर अशोक त्यागी, डॉ. गुंजन शर्मा , सुश्री प्रीति सिंह, डॉ. अभिजीत केबी, सुश्री स्वाति शर्मा, पुष्पेंद्र राजपूत, डॉ. विशाल कुमार, डॉ. नेहा सिंह, राहुल कुमार, डॉ. मनोज कुमार त्रिपाठी, डॉ. दुर्गेश पुंडीर, डॉ. धनंजय श्रीवास्तव, आशीष मिश्रा, नरेश कुमार, सुरक्षा अधिकारी, प्रिंस इस मौके पर चौहान, कपिल गिल, संजय पाल, संजय जुगरान एवं 400 से अधिक स्वयंसेवक विद्यार्थी भी मौजूद रहे।

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