संस्कृत विभाग, एन ए एस कॉलेज एवं संस्कृत भारती में के बीच हुआ एम. ओ. यू.
मेरठ। संस्कृत विभाग, एन ए एस कॉलेज मेरठ के तत्वावधान में संस्कृत दिवस का आयोजन किया गया । अतिथियों का स्वागत करते हुए प्रो. उमा शर्मा ने संस्कृत दिवस के महत्त्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वर्ष 1969 में भारत सरकार द्वारा श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि को संस्कृत दिवस मनाने का प्रविधान किया।
पूर्व काल में इस दिन गुरुकुल में नवप्रविष्ट ब्रह्मचारियों का उपनयन संस्कार करके विद्या आरंभ की जाती थी । इस अवसर पर मुख्य वक्ता प्रोफेसर पवन कुमार शर्मा ने संस्कृत में उपलब्ध साहित्य का आधुनिक परिप्रेक्ष्य में महत्व विषय पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने इसरो द्वारा प्रक्षेपित सूर्ययान आदित्य एल 1 के निर्माण में सूर्य सिद्धांत नामक ग्रंथ में प्रतिपादित सिद्धांतों के उपयोग का महत्व बताया। समारोह के अध्यक्ष प्राचार्य प्रो. मनोज कुमार अग्रवाल ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता ( ए आई ) के विकास में पाणिनि के व्याकरण की भूमिका पर प्रकाश डाला। मुख्य अतिथि संस्कृत विभाग, मेरठ कॉलेज के पूर्व अध्यक्ष डॉ दुर्गा प्रसाद मिश्र ने ‘स्वाध्यायान्मा प्रमदः’ का उपदेश दिया। इस अवसर पर सांख्यिकी विभाग के प्रो. विवेक त्यागी ने संस्कृत के व्याकरण की सूत्रात्मक शैली को कंप्यूटर के लिए उपयुक्त बताया । इस समारोह में सामाजिक संस्था संस्कृत भारती के साथ संस्कृत विभाग ने छात्रों को संस्कृत संभाषण में दक्ष बनाने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये ।
संचालन डॉक्टर संदीप कुमार ने किया इस समारोह में प्रो. आर के शर्मा, प्रो. मधु शर्मा, योगेश विद्यार्थी, डॉ देवेश टंडन, डॉ आर आर भारद्वाज, डॉ अशोक कुमार, डॉ श्याम घई नवदीप सिंह एवं बड़ी संख्या में शोधार्थी तथा छात्र उपस्थित रहे।
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