इतिहास विभाग ने किया 1857 की क्रांति के ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण

 मेरठ। शहीदों के बलिदान को याद करते हुए चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ के इतिहास विभाग के प्रोफेसर डॉ कृष्णकांत शर्मा एवं डॉ योगेश कुमार के संरक्षण में शोधार्थियों द्वारा 1857 की क्रांति से जुड़े ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण किया गया जिसमें प्रोफेसर कृष्णकांत शर्मा ने शोधार्थियों को स्थलों के विषय में सूक्ष्म जानकारियां दी उन्होंने वह स्थान दिखाएं जहां-जहां पर क्रांति का अंकुर फूटा था प्रमुख स्थलों में रेस कोर्स जॉन फिनिक्स कॉल माइकल स्मिथ  और विलवेश्वर  महादेव मंदिर तथा संग्रहालय ओघड़ नाथ मंदिर अथवा काली पलटन मंदिर में  स्थित शहीद स्तंभ को दिखाया गया।

इन स्थानों को देखकर शोधार्थियों को अनुभव हुआ तत्कालीन परिस्थितियों का जिसमें क्रांतिकारियों ने अपने प्राणों की चिंता ना करते हुए देश देश पर अपने प्राण न्योछावर कर दिए प्रोफेसर डॉ कृष्ण कान्त शर्मा जी ने बताया कि मेरठ वास्तव में वह स्थान है जहां पर 1857 की क्रांति का जन्म हुआ और पूरे उत्तर भारत में आग की तरफ फैली थी क्रान्ति की दृष्टि से यह क्षेत्र हमेशा प्रत्येक इतिहासकार को प्रेरणा देता रहेगा प्रत्येक हिंदुस्तानी को अपने देश पर मर मिटने के लिए प्रेरित करता रहेगा उन्होंने बताया कि अभी भी बहुत सारे बलिदानी वीर सिपाही एवं लोग  इस प्रकार के भी हैं जो अभी भी गुमनामी के अंधेरे में है जिनको प्रकाश में लाना प्रत्येक इतिहासकार शोधार्थी  की नैतिक जिम्मेदारी है

इस धरोहर एवं विरासत यात्रा में इतिहास विभाग से डॉ कृष्णकांत शर्मा, डॉ योगेश कुमार एवं चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ के इतिहास विभाग के सभी शोधार्थी उपस्थित रहे सभी ने ऐसी यात्रा का भरपूर आनंद लिया तथा ज्ञानवर्धक जानकारी प्रदान कराने के लिए गुरुजनों एवं इतिहास विभाग को धन्यवाद दिया

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