हर व्यक्ति को गंगा की शुद्धि में अपना योगदान देना चाहिए आचार्य संतोष
मेरठ। मंगलवार शिव महापुराण कथा के अंतिम दिन शिवमहापुराण उपसंहार कथा का वर्णन करते हुए आचार्य संतोष दास महाराज ने भगवान शिव की महिमा और भगवान शिव के पूजन में विशेष सामग्री चढ़ाने की विधि व्रत पर्वो में महाशिवरात्रि व्रत पर्व के व्रत के अनुष्ठान की विधि और उद्यापन का वर्णन किया।जिसमें एक शिकारी के द्वारा रात्रि में अनजाने में ही शिव जी की हो गई और शिव भगवान ने प्रसन्न होकर करके उसको वर दिया.यम आसन नियम प्राणायाम ,ध्यान,योग समाधि, आशा विशेष अष्टांग योग का वर्णन किया।
वर्तमान में गंगा की शुद्धि पर जोर दिया.उन्होंने कहा हर व्यक्ति को गंगा की शुद्धि में अपना योगदान देना चाहिए। मां गंगा निर्मल है स्वच्छ है उनको स्वच्छ ही रहने दे। उन्होंने गंगा और तुलसी के महत्व की चर्चा की।गंगा जहां शिव से संबंध रखती है वहीं तुलसी श्रीहरि विष्णु से। उन्होंने कहा दुनिया के सभी जलों में सबसे पवित्र जल गंगा के जल को माना जाता है और तुसली को सबसे पवित्र पौधा माना जाता है। उन्होंने बताया मरते वक्त या मरने के बाद या किसी के प्राण तन से नहीं निकल रहे हैं तो उसके मुंह में तुलसी के साथ गंगा जल डाला जाता है। मान्यता अनुसार कहते हैं कि मुंह में गंगाजल और तुलसी रखने से यम के दूत यानी यमदूत मृतक की आत्मा को सताते नहीं है. मान्यता अनुसार गंगाजल और तुसली रखने से तन से प्राण आसानी से निकल जाते हैं और किसी भी प्रकार की तकलीफ नहीं होती है.इसके बाद उन्होंने बताया शिव भक्त के लिए भस्म,रुद्राक्ष नर्वदी शिवलिंग को रखना आवश्यक होता है.नर्वदा का हर कंकर शंकर होता है.नर्मदा नदी से निकलने वाले शिवलिंग को ‘नर्मदेश्वर’ कहते हैं.यह घर में भी स्थापित किए जाने वाला पवित्र और चमत्कारी शिवलिंग है. जिसकी पूजा अत्यन्त फलदायी है. यह साक्षात् शिवस्वरूप, सिद्ध व स्वयम्भू (जो भक्तों के कल्याण के लिए स्वयं प्रकट हुए हैं) शिवलिंग है. इसको वाणलिंग भी कहते हैं.
उन्होंने बताया कलयुग में मोक्ष प्राप्ति के लिए और व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करने के लिए मिट्टी के शिवलिंग को उत्तम बताया गया है. कहा जाता है कि जो भी भक्त मिट्टी का शिवलिंग बनाकर पार्थिव शिवलिंग का पूजन और रुद्राभिषेक करता है उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और विशेष फल की प्राप्ति होती है.इस अवसर पर मुख्य रूप से मेयर हरिकांत अहलूवालिया, पूर्व विधायक कमल दत्त शर्मा , कैंट विधायक अमित अग्रवाल , अंकित चौधरी आदि मौजूद रहे. इस अवसर पर भजन गायक स्वामी सुरेंद्र बुद्धिराजा ने हे भोलेनाथ कृपा करो, मां तेरे लिए आया जैसे खूबसूरत भजनों के माध्यम से सभी को भक्ति में थिरकने पर मजबूर कर दिया.कल हवन यज्ञ पूर्णाहुति आचार्य नारायण दत्त शास्त्री द्वारा सम्पन्न होगा. आयोजक शोभा शम्मी सपरा ने बताया कल मुख्य रूप से 12 बजे से विशाल भंडारा किया जाएगा. भंडारा मंदिर में ही किया जाएगा. आयोजन में मैनकाइंड के चेयरमैन रमेश एवम पूनम जुनेजा, परमानंद सपरा,सागर,आशिमा , शैफाली,सौरभ रांचल,समर,सारा का सहयोग रहा।
No comments:
Post a Comment