द्रोण कॉलेज ऑफ एजुकेशन  की बीबीए बीसीए बीएससी पाठयक्रमों की संबद्धता समाप्त 

 विवि में कुलपति की अध्यक्षता कार्यपरिषद की बैठक में लिया गया निर्णय 

मेरठ। मंगलवार को चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय  में  कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला के अध्यक्षता में कुलपति कार्यालय के भूतल में स्थित सेमिनार हॉल में कार्य परिषद की एक बैठक आयोजित की गई जिसमें निम्नलिखित निर्णय लिए गए।

बैठक में  चौधरी चरण सिंह विवि से संबंध स्वयं वित्त पोषित योजना के अंतर्गत द्रोण कॉलेज ऑफ एजुकेशन बरनावा  बीबीए बीसीए तथा बीएससी पाठ्यक्रमों की संबद्धता समाप्त करने का निर्णय लिया गया , इसी प्रकार स्ववित्तपोषित योजना के अंतर्गत जनहित कॉलेज आफ लॉ गौतम बुध नगर में एलएलएम पाठ्यक्रम में 20 सीटों के स्थान पर 60 सीटें की अनुशंसा करने का निर्णय लिया गया, स्ववित्तपोषित योजना के अंतर्गत बीडीएस स्कूल ऑफ लॉ  एवं मेवाड़ लॉ कॉलेज गाजियाबाद मैं भी 20 सीटों के स्थान पर 60 सीटें करने की अनुशंसा करने का निर्णय लिया गया। 

      स्ववित्त पोषित योजना के अंतर्गत इंडो यूनिवर्सल ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी दिल्ली सहारनपुर रोड बागपत में संचालित बीबी, बीसी, बीपीएड तथा बीएससी पाठ्यक्रम की संबद्धता समाप्त करने का निर्णय लिया गया। वही चौधरी चरण सिंह विवि मेरठ से संबंध महावीर इंस्टिट्यूट इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एमिटी बिजनेस स्कूल महावीर गर्ल्स डिग्री कॉलेज महावीर कॉलेज ऑफ एजुकेशन महावीर कॉलेज ऑफ लॉ महावीर विवि से संबंध करने का निर्णय लिया गया ,इसमें महावीर कॉलेज ऑफ लॉ चौधरी चरण सिंह विवि से ही संबद्ध रहेगा। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर के हिंदी विभाग में कार्यरत आचार्य प्रोफेसर नवीन चंद्र लोहानी को वरिष्ठ आचार्य बनाने का निर्णय लिया गया।

योग विज्ञान विभाग में 1-अगस्त हुए साक्षात्कार के बंद लिफाफे खोले गए जिसमें टीचिंग असिस्टेंट में डॉक्टर सत्यम डॉक्टर नवज्योति तथा अमरपाल का चयन हुआ वहीं विश्वविद्यालय परिसर में स्ववित्तपोषित योजना के अंतर्गत चरक स्कूल आफ फार्मेसी में सहचार्य पर वैशाली अमरीश कुमार तथा हिमांशु का चयन हुआ सहायक आचार्य पर प्रिया ,भूमिका तथा चारु का चयन हुआ।यदि किसी छात्र को तत्काल डिग्री चाहिए और वह 3 साल तक डिग्री नहीं लेता है तो 100 रुपए प्रति वर्ष के हिसाब से शुल्क देना होगा अधिकतम 1 हजार रुपए छात्र को देने होंगे।

इस अवसर पर कुलसचिव धीरेंद्र कुमार वित्त अधिकारी रमेश चंद्र प्रोफेसर कार्य परिषद के सदस्य आरबी मिश्रा,प्रोफेसर वाई विमला डॉक्टर हरीभाऊ खंडेकर शैलेंद्र जयसवाल, दिनेश कुमार प्रोफेसर संजय भारद्वाज प्रोफेसर अतवीर सिंह प्रोफेसर शैलेंद्र शर्मा प्रोफेसर रविंद्र कुमार प्रोफेसर राहुल कुमार डॉ पवित्र देव डॉ मुकेश जैन, सहायक कुलसचिव सत्य प्रकाश, प्रेस प्रवक्ता मितेन्द्र कुमार गुप्ता इंजीनियर मनीष मिश्रा आदि मौजूद रहे।

 यदि किसी शोध छात्र द्वारा अपनी पीएचडी की थीसिस जमा कर दी है और उसे अपनी डिग्री चाहिए तो ऑनलाइन कार्यपरिषद की बैठक कर विश्वविद्यालय ऐसे शोध छात्रों को शोध उपाधि प्रदान करने का निर्णय लेगा।

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