दूसरे दिन भी ज्ञानवापी परिसर का हुआ सर्वे
- हिंदू पक्ष का दावा- तहखाने से मिले मूर्तियों के अवशेषदूसरे दिन के सर्वे में मुस्लिम भी रहा शामिल
वाराणसी (एजेंसी)।
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने शनिवार को यहां ज्ञानवापी मस्जिद में अपना वैज्ञानिक सर्वेक्षण कार्य फिर से शुरू कर दिया, ताकि यह पता लगाया जा सके कि 17वीं शताब्दी की मस्जिद का निर्माण हिंदू मंदिर की पहले से मौजूद संरचना पर किया गया था या नहीं। सरकारी वकील राजेश मिश्रा, जो एक दिन पहले दिन भर चले अभ्यास के दौरान एएसआई सर्वेक्षण टीम के साथ थे, ने शनिवार को कहा कि टीम ने सुबह काम शुरू किया और यह शाम 5 बजे समाप्त होगा।
उधर, सर्वे के दूसरे दिन मुस्लिम पक्ष भी शामिल है। सर्वे में शामिल होने के लिए जाते वक्त अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी के ज्वाइंट सेक्रेट्री मो. यासीन ने कहा कि वह एएसआई सर्वे में पूरा सहयोग करेंगे।
एएसआई गहराई से अध्ययन करते हुए बारीकी से सर्वेक्षण कर रही है। मुस्लिम पक्ष पूरी तरह से सहयोग कर रहा है। पश्चिमी दीवार को देख और समझ कर सर्वे के किए एक्सपर्ट्स की टीम लगी हुई है।
ज्ञानवापी के पुरातत्व सर्वेक्षण की कार्यवाही में आज मुस्लिम पक्ष के दो वकील समेत तीन पैरोकार सहयोग कर रहे हैं, जिसमें मुमताज़ अहमद, मोहम्मद एखलाक अहमद वकील हैं। मस्जिद के केयरटेकर एजाज अहमद ने आज मस्जिद ताला खोला, जिससे एसआई की टीम ने मस्जिद के अंदर प्रवेश किया। वजूखाने को छोड़कर आज मस्जिद के अंदर भी सर्वे होगा।
हिंदू पक्ष का दावा- तहखाने से मिले मूर्तियों के अवशेष
मां श्रृंगार गौरी मुकदमे की वादिनी चार महिलाओं के अधिवक्ता सुधीर त्रिपाठी ने बताया कि नंदी के सामने जो व्यास जी का तहखाना है, वहां से मूर्तियों के अवशेष मिले हैं। हिंदू पक्ष की पैरोकार सीता साहू ने कहा है कि 'एक मूर्ति मिली है। माप लिया गया है। घास साफ करके मूर्ति निकाली गई है। एएसआई की टीम अपना काम कर रही है। अब दो बजे के बाद सर्वे होगा।'
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