आई फ्लू हो तो न करें लापरवाही : डा लोकेश
चिकित्सक की सलाह के बिना आंखों में न डालें दवा
सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में बढ़ने लगे आई फ्लू के मरीज
मेरठ, 26 जुलाई2023। जनपद में आई फ्लू (कंजंक्टिवाइटिस) के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।जिला अस्पताल व मेडिकल कॉलेज में एक सप्ताह से आई फ्लू के हर उम्र के मरीज आ रहे हैं। चिकित्सक उन्हें सावधानी बरतने के साथ भीड़भाड़ वाले इलाकों में न जाने और चश्मा लगाने की सलाह दे रहे हैं।
मेडिकल कॉलेज के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ लोकेश कुमार सिंह ने बताया- एक सप्ताह पूर्व ओपीडी में प्रतिदिन दो से ढाई सौ मरीज आंखों के आ रहे थे। एक सप्ताह से यह संख्या बढ़कर प्रतिदिन अब चार सौ से पांच सौ के बीच हो गयी है। उन्होंने बताया इस समय ज्यादा मरीज आई फ्लू के हैं। आई फ्लू के मरीजों में हर उम्र के मरीज हैं। पूरा का पूरा परिवार आई फ्लू से पीड़ितहै। उन्होंने बताया मरीजों को दवाई देने के साथ सावधानी बरतने की सलाह दी जा रहीहै। डा. लोकेश ने बताया - मानसून सीजन में संक्रमण का खतरा किसी दूसरे सीजन से कहीं ज्यादा रहता है। इसकी वजह हवा में नमी होना है। इसमें बैक्टीरिया,वायरस आसानी से दोहराने लगते हैं। उन्होंने बताया इस साल जुलाई में बीते सालों से ज्यादा पानी बरस रहा है। इसलिए जुलाई में ज्यादा मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं।
बरतें यह सावधानियां साफ-सफाई रखें। जब भी बाहर जायें चश्मा लगाए रहें। अपनी तौलिया और कपड़े किसी से शेयर न करें। जिन लोगों को आंखों में इन्फेक्शन है, उन्हें स्कूल, कॉलेज व ऑफिस से छुट्टी लेने को कहें। भीड़भाड़ में जाने सेबचें। आंखों पर बार -बार हाथ न लगाएं। आंखों को साफ करने के लिए मुलायम और साफ कपड़े का प्रयोग करें। टीवी और मोबाइल से दूरी बनाएं। आई फ्लू के लक्षण दिखते ही डॉक्टर से संपर्क करें।संक्रमणहोने पर क्या करें ठंडे पानी से आंखें धोएं । आई स्पेशलिस्ट द्वारा बताई गई ड्राप ही आंखों में डालें।अपने आप किसी दवा का प्रयोग न करें। कितने दिन में ठीक होगा संक्रमण यह वायरल कंजंक्टिवाइटिस है जो अपने आप ही ठीक होने वाली बीमारी है। वॉश बेसिन, तौलिया, या तकिए से पूरे घर को इन्फेक्शन हो जाता है। आई फ्लू ठीक होने में तीन से पांच दिन लग सकते हैं। हालांकि संक्रमण एक के बाद दूसरी आंख में हो सकता है। तो ठीक होने पर ज्यादा समय भी लग सकता है।




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