सजी सूफी गीतों की खूबसूरत शाम
नौचंदी मेले में साबरी ब्रदर्स की कव्वाली की धूम
मेरठ। नौचंदी मेले के पटेल मंडप में रविवार रात सूफी गीतों से खूबसूरत शाम सजी। शाम को साबरी ब्रदर्स की कव्वाली ने यादगार बना दिया। आफताब-हाशिम साबरी ब्रदर्स की दिग्गज जोड़ी ने सूफी गायन से शाम का आगाज़ किया। सूफी के बाद ढलती रात के साथ उनका गायन भी विस्तार लेता गया। कव्वाली, गज़ल से लेकर फिल्मी नगमें रात के साथी बनते गए।
सूफी कलाम मैं क्यों न लूं उस मालिक का नाम, जिसने अपने बंदों के लिए बनाई। सुबह शाम से शाम का आगाज हुआ। अपर नगरायुक्त ममता मालवीय ने मेहमानों का इस्तकबाल किया। साबरी ब्रदर्स ने आगे सुनाया कि नेकियां उस पर नाज करती हैं, जो नेकियां करके भूल जाता है। बालीवुड गीत दम मलंग मलंग इश्क, तुम जो आए जिंदगी में बात बन गई भी सुनाया। अल्लाह हू अल्लाह हूल, जब सूरज आसमां कुछ न था तब भी तू था सुनाया।
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