7 दिवसीय एफ़डीपी के तृतीय दिवस ‘आईसीटी इन टीचिंग एंड लर्निंग’ एवं ‘प्रोफेशनल एथिक्स एवं वैल्यू’ विषय पर व्याख्यान
मेरठ । शहीद मंगल पांडे राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय एवं शोभित विश्वविद्यालय मेरठ के संयुक्त तत्वावधान में सात दिवसीय राष्ट्रीय स्तरीय इंटीग्रेटेड फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम "उन्मेष"के तृतीय दिवस के ऑनलाइन कार्यक्रम में प्रथम वक्ता के रूप में प्रोफेसर सत्येंद्र पाल सिंह, भौतिक विज्ञान विभाग,एसएसवी कॉलेज हापुर ठाकुर उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के प्रारंभ में आयोजन सचिव डॉ गीता चौधरी ने उनका औपचारिक स्वागत भाषण से किया एवं संक्षिप्त परिचय कराया। प्रोफेसर सत्येंद्र पाल सिंह ने ‘आईसीटी इन टीचिंग एंड लर्निंग’ शीर्षक पर अपना व्याख्यान दिया और आईसीटी की मूल अवधारणा के साथ-साथ उसके महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने शिक्षण के क्षेत्र में आईसीटी का उपयोग किस प्रकार किया जा सकता है बताने के साथ ही इससे संबंधित सभी तथ्यों पर सारगर्भित व्याख्यान दिया। प्रथम व्याख्यान के समापन पर आयोजन सचिव प्रोफ़ेसर गीता चौधरी ने प्रथम वक्ता एवं प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। इसके साथ ही महाविद्यालय परिवार से प्रोफ़ेसर लता कुमार, प्रोफेसर अनीता गोस्वामी तथा प्रोफेसर गीता चौधरी ने संयुक्त रूप से मिलकर सभी प्रतिभागियों से आईसीटी के बारे में विस्तृत चर्चा की तथा आईसीटी के लाभ एवं हानि को विस्तार से समझाया। आज के द्वितीय सत्र में प्रोफेसर ए पी गर्ग, कुलपति शोभित विश्वविद्यालय, मेरठ मुख्य वक्ता के रूप मे उपस्थित रहे। प्रो. गर्ग ने "प्रोफेशनल एथिक्स एवं वैल्यू" विषय पर अपना व्याख्यान देते हुए बताया कि सभी प्राध्यापकों में शिक्षण के प्रति कुछ महत्वपूर्ण मूल्य जैसे ईमानदारी, सत्य निष्ठा, पारदर्शिता, निष्पक्ष, आदर, वफादारी इत्यादि को आत्मसात करने का प्रयास करना चाहिए। एक शिक्षक के मूल्य हैं कि वह उदार एवं खुले मस्तिष्क वाला हो, पुराने विचारों को त्याग कर नए को अपनाने का साहस उसके भीतर हो और अपने पेशे के प्रति समर्पण का भाव हो इसके साथ ही उसमें तार्किकता और पढ़ाने की व्यवहारिक क्षमताओं का भी होना जरूरी है। प्रो. गर्ग ने अपने व्याख्यान में शिक्षकों की चुनौतियों और व्यावहारिक समस्याओं का भी उल्लेख किया साथ ही बताया कि समय के अनुरूप स्वयं को अपडेट करते रहना सबसे अधिक आवश्यक है। महाविद्यालय प्राचार्य अंजू सिंह ने सत्र के सफल आयोजन हेतु सभी को शुभकामनाएँ दीं। कार्यक्रम के अंत में प्रोफेसर लता कुमार ने वक्ताओं एवं सभी प्रतिभागियों का आभार एवं धन्यवाद ज्ञापित कियाl ढाई घंटे से अधिक समय तक चले इस ऑनलाइन व्याख्यान में महाविद्यालय और विभिन्न राज्यो से 100 से अधिक प्रतिभागियों ने सहभागिता की। आयोजन में प्रो. भारती दीक्षित, प्रो. अनुजा गर्ग, प्रो. मोनिका चौधरी, डा. सत्यपाल सिंह राणा, डा. आर.सी. सिंह, डा. ज्योति चौधरी, डा. कुमकुम, डा. नीता सक्सेना, डा. ऋचा राणा, डा. शाहिदा परवीन, डा. गौरव सहित समस्त महाविद्यालय परिवार ने सहयोग किया l
No comments:
Post a Comment