बाबू हुकम सिंह दूरदर्शी, काबिल तथा राजनीति की पाठशाला थे-  तस्वीर सिंह चपराना

 मेरठ । पुलिस एनक्लेव मेरठ में भाजपा के जिला मंत्री रोबिन गुर्जर  के आवास पर गुर्जर समाज के  प्रबुद्ध वर्ग द्वारा एक बैठक आयोजित करके बाबू जयंती मनाई गई।  बैठक की अध्यक्षता  भाजपा नेता एडवोकेट नरेश गुर्जर ने की। 

1857 के क्रांतिनायक धनसिंह कोतवाल शोध संस्थान के चेयरमैन तस्वीर सिंह चपराना ने कार्यक्रम का संचालन एवं सभी का आभार व्यक्त किया तथा अपने उद्बोधन में कहा कि बाबू हुकम सिंह जी  राजनीति की पाठशाला थे , वह दूरदर्शी और काबिल व्यक्ति थे , उत्तर प्रदेश सरकार में  विभिन्न विभागों के मंत्री रहे। उनका जीवन प्रेरणाऔ से भरा पड़ा है। कोई भी व्यक्ति उनके जीवन पर शोध करके शोधार्थी की भूमिका में अपने आपको गौरवान्वित महसूस करेगा। 

मुख्य वक्ता रोबिन गुर्जर ने अपने उद्बोधन में कहा कि बाबू जी मेरे लिए आदर्श  थे।वे राजनीति के विद्वान ही नहीं बल्कि उनका शिक्षा का स्तर भी प्रेरणादायक है। मैं उनके चरणों में नतमस्तक करता हूं। मैं उनके  जन्मदिन पर उन्हें नमन करता हूं ।

अति विशिष्ट वक्ता जिला महामंत्री भाजपा अंकुर मुखिया ने अपने उद्बोधन में कहा कि बाबूजी का सर्व समाज एवं जाति विशेष के लिए बहुत बड़ा योगदान रहा है। वह लोकसभा में अपने ज्ञान के बल पर बेधड़क बोलते थे । विपक्ष की सरकारें आवश्यक मुद्दों पर उनसे परामर्श करती थी। 



अति विशिष्ट वक्ता बलराज डूंगर ने कहा मैं अपने जीवन में कई बार उनसे मिला हूं और जब भी उनसे मिला हूं तब मुझे कुछ ना कुछ नया ज्ञान प्राप्त हुआ है ।  मैं उनके जन्मदिन पर उन्हें हृदय की गहराइयों से नमन करता हूं। 

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व मेयर सुशील गुर्जर ने अपने उद्बोधन में कहा की मैं अपने जीवन में बहुत से लोगों से  प्रभावित हुआ हूं लेकिन बाबू हुकम सिंह जी की शिक्षा ,उनकी वकालत, उनकी राजनीति ,उनका सामाजिक जीवन, उनकी मिलनसारिता ने मुझे बहुत प्रभावित किया है। मैं उनके असमय चले जाने से अत्यंत दुखी हूं। आज उन्हें हृदय से नमन करता हूं। 

अति विशिष्ट अतिथि देवेंद्र गुर्जर प्रभारी विधानसभा हस्तिनापुर ने अपने उद्बोधन में कहा कि बाबूजी ने साफ-सुथरी राजनीति की, उनके ऊपर किसी प्रकार का कोई आरोप नहीं लगा, उत्तर प्रदेश की राजनीति मे उन्हें बुद्धिजीवी राजनेताओं में जाना जाता है । हम सब उनसे प्रेरणा लेकर उनके अधूरे कार्यों को आगे बढ़ाएंगे। 

 बैठक संगोष्ठी में जगत सिंह दोसा, विनय प्रधान, मनोज धामा, प्रवेश गुमि, प्रधानाचार्य संजीव नागर, डॉक्टर धनपाल सिंह,  अहकार नागर, गुलबीर सिंह पार्षद संजीव प्रधान आदि ने अपने विचार रखें । 

अपने अध्यक्षीय भाषण में एडवोकेट नरेश गुर्जर ने कहा कि हाथी के पांव में सबका पाव है और जो बात सब ने कही है मैं उनसे सहमत हूं । बाबूजी का जीवन वास्तव में हम सब को प्रेरणा देने वाला है ।हमें यह कार्यक्रम हर वर्ष करना चाहिए।

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