धनखड़ बोले-बाबा रामदेव ने गुस्सा दूर करने के योग बताए

कहा कि कोई ऐसा योग बनाइए कि संसद की गरिमा बनी रहे
उपराष्ट्रपति,राज्यपाल और सीएम ने किया रिबन काट कर किया  3 दिवसीय आयुर्वेद पर्व का  शुभारंभ
मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में 3 दिवसीय आयुर्वेद पर्व का शनिवार को शुभारंभ हुआ। इसमें देशभर के 300 से ज्यादा आयुर्वेदाचार्य और 1200 छात्र-छात्राएं शामिल हुए। इनॉगरेशन कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, गवर्नर आनंदीबेन पटेल और सीएम योगी भी पहुंचे।  



 उपराष्ट्रपति धनखड़ ने मंच से कहा, राज्यपाल बनने से पहले मेरी बाबा रामदेव से एक दिन अचानक मुलाकात हो गई। उन्होंने मुझे गुस्से को दूर करने के लिए कुछ योग बताए थे। मैंने उनसे एक ही बात कही, आप काम तो बहुत जबरदस्त कर रहे हैं। कुछ ऐसा भी करिए कि न्यायालय के अंदर न तो दोनों पक्ष और न ही न्यायाधीश गुस्से में आएं। उन्होंने कुछ गुर बताए। उन्होंने आगे कहा, मैंने उनसे दूसरा निवेदन किया, जो मेरी बड़ी पीड़ा है। आयुर्वेद में ऐसी औषधि बनाइए, ऐसा योग बनाइए कि हमारे संसद की गरिमा बनी रहे। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने मुझे किसान पुत्र कहा। यह मेरे लिए गौरव की बात है। आज उसी चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी में आया हूं। गदगद हूं।
उपराष्ट्रपति ने कहा देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में मेरा यह औपचारिक रूप से पहला आगमन है। यह आगमन जीवन में हमेशा यादगार रहेगा। धन सिंह कोतवाल की प्रतिमा का अनावरण करूं, इतनी मेरी हैसियत नहीं है। उत्तर प्रदेश में जो सोचा नहीं था, वह अब मुमकिन हो रहा है। कोतवाल का कार्य क्षेत्र बहुत लंबा था। धन सिंह गुर्जर कोतवाल ने महान काम किया था। मेरे मन में एक नाराजगी है कि हम शहीदों को क्यों भूल गए। उन्होंने कहा कि हमारे इतिहास में इनका जिक्र सही ढंग से क्यों नहीं किया गया।




आज पूरा विश्व भारत का लोहा मान रहा है। आज पूरा विश्व देख रहा है कि प्रधानमंत्री क्या बोलेंगे। करोड़ों रुपये से एक बहुत बड़ा ऑडिटोरियम बन रहा है। उन्होंने कहा कि जो सोचा नहीं था, वह आज आंखों के सामने पूरा हो रहा है। आज जो सुनने को मिल रहा है, वह मन को प्रशन्न करता है। उन्होंने कहा कि आज विकास की गंगा इसी राज्य में बह रही है। कानून व्यवस्था के मामले में उत्तर प्रदेश आज उत्तम प्रदेश है। जब हालात दूसरे थे, पुलिसकर्मियों को डराया जाता था। लेकिन आज हालात अलग है, पुलिसकर्मी सही तरीके से काम कर रहे हैं। सदन में अपने मन की बात खुलकर रखें। मैं मेरठ से पॉजिविटी लेकर जा रहा हूं। उन्होंने कहा कि जो भी उत्तर प्रदेश में रह रहा है, वह बहुत गौरवशाली है। 2047 में भारत विश्वगुरु होगा।


कार्यक्रम में सीएम योगी ने कहा, कोरोना के समय में आयुर्वेद का महत्व सब समझ चुके हैं। यूपी में अब अपना आयुष विश्वविद्यालय है। मैंने एक दफा आयुर्वेद के 100 छात्रों से पूछा कि आयुर्वेद में क्यों आए हो? तो उन्होंने कहा एलोपैथी में प्रवेश नहीं मिला इसलिए मजबूरन आयुर्वेद में आए हैं। योगी ने कहा कि अब ऐसा नहीं। आयुर्वेद की शिक्षा यानी 'डिग्री एक काम अनेक'। एक BMS डॉक्टर कई तरह से रोजगार पा सकता है। आज आयुर्वेद डॉक्टर्स के लिए सरकारी नौकरी है। वो चाहे तो हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खोल सकता है। योगी ने इस दौरान कहा कि आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति अब दुनिया में छाने की स्थिति में है। योगी ने मंच से देश के नामचीन वैद्यों का भी नाम लिया। मेरठ के हकीम सैफुद्दीन का भी जिक्र किया।
 राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि आयुर्वेद का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। आयुर्वेद सर्वे भवन्तु सुखिनः: के दर्शन पर आधारित है। भारत आयुर्वेद का मूल स्थल है। हमारा योग आज विश्व अपना रहा है। केंद्र सरकार के आयुष मंत्रालय और आयुष संबंधित तमाम योजनाओं की मदद से युवा स्टार्टअप में भी आयुर्वेद अब अपनी जगह बना रहा है।


महाकुंभ में क्रांतिधरा मेरठ से नया इतिहास लिखा जाएगा
तीन दिवसीय महाकुंभ में क्रांतिधरा मेरठ से नया इतिहास लिखा जाएगा इसमें आधुनिक विधा से यह प्रमाणित किया जाएगा कि आयुर्वेद भी जटिल रोगों के उपचार में कारगर है। राज्यसभा सदस्य डा. लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने बताया कि करीब पांच हजार साल पूर्व कश्यप संहिता ग्रंथ में स्वर्ण प्राशन संस्कार के बारे में उल्लेख किया गया था। कोरोना काल में भी इम्युनिटी बढ़ाने में इसका उपयोग किया गया। मेरठ के आनंद अस्पताल में इसका उपयोग किया गया था। वहीं, पीजीआइ लखनऊ और किंग जार्ज मेडिकल कालेज लखनऊ भी गोरखपुर के कुपोषित बच्चों के उपचार के दौरान इसका सफल परीक्षण कर चुके हैं।



वही इस आयोजन से 2 किमी. दूरी पर वकीलों का प्रदर्शन हुआ। वकील मेरठ में हाईकोर्ट की बेंच बनाने की मांग के साथ सीएम योगी से मिलना चाहते थे। पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इसके बाद उन्होंने सड़क पर बैठकर नारेबाजी शुरू की। वकीलों को समझाने के लिए एसपी सिटी और सीओ सिविल लाइन पहुंचे। उन्हें बस में बैठाकर पुलिस लाइन भेजा गया है। ये घटना मेरठ के कचहरी गेट की है।
आयुष मंत्रालय द्वारा देशभर में आयुर्वेद के प्रचार के लिए आयुर्वेद पर्व मनाया जा रहा है। आयुर्वेद पर्व देश के 5 शहरों में होता है। 3 अब तक हो चुके हैं। चौथा मेरठ में हो शुरू हुआ है। इसमें उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक आयुर्वेद पर्व मनाया जा रहा है। इस तीन दिन के महासम्मेलन में वैज्ञानिक गोष्ठियों में विशेषज्ञ छात्र-छात्राओं के सवालों के जवाब देंगे।आयुर्वेद पर्व के समापन में केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल आएंगे। महासम्मेलन में शामिल 50 आयुर्वेदिक कंपनियों को मंत्री पुरस्कृत करेंगे। आयोजन के सचिव डॉ. ब्रजभूषण शर्मा ने बताया कि आयुर्वेद महासम्मेलन में 100 से अधिक शोधपत्र पढ़े जाएंगे। 10 विश्वविद्यालयों के छात्र-छात्राएं व फैकल्टी इसमें भाग ले रहे हैं।आयोजन में आचार्य बालकृष्ण स्वयं मरीजों को देखने के लिए पहुंच चुके हैं। पद्मश्री बालेंदु प्रकाश कैंसर, पेनक्रियाज, गुर्दा, सांस और दिल से जुड़ी तमाम बीमारियों के मरीजों को यहां निशुल्क देखेंगे। आयुर्वेद महाकुंभ में स्टॉल लगाने पहुंचे आयुर्वेद दवा कंपनी डॉ. विश्वास के संचालन डॉ. गौतम कुमार विश्वास ने बताया कि इस आयोजन से पूरे देश नहीं बल्कि दुनिया को लाभ होगा।




 पीटीएस में किया धन सिंह कोतवाल की प्रतिमा का अनावरण
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में 3 दिवसीय आयुर्वेद पर्व का शनिवार को शुभारंभ करने के बाद तीन मुख्य अतिथि हापुड रोड स्थित पीटीएस  पहुंचे। जहां गार्ड  ऑफ ऑनर के बाद धन संह कोतवाली की प्रतिमा का अनावरण ि किया।

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