सीसीएसयू  को मिला A ++ ग्रेड

यूपी  की 3 बेस्ट यूनिवर्सिटी में शामिल हुआ मेरठ 

खबर सुनते ही मंदिर दौड़ी कुलपति

मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय को नैक टीम ने ए डबल प्लस ग्रेड दिया है। सीसीएसयू के इतिहास में यह पहली बार है जब विवि को ए डबल प्लस ग्रेड मिला है। अब तक सीसीयू को बी और बी प्लस ही ग्रेड मिला है। लेकिन इस साल ए डबल प्लस ग्रेड मिलने से सीसीयू यूपी की टॉप 3 यूनिवर्सिटी की रैंक में आ गई है। 

बता दें कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश में केवल तीन यूनिवर्सिटी ही ए डबल प्लस ग्रेड से सम्मानित हैं। इसमें गोरखपुर विवि और लखनऊ विवि के बाद अब मेरठ की सीसीएसयू को यह उत्कृष्ट रैंक मिली है।मेरठ सीसीएसयू को नैक ने जिस शानदार ग्रेडिंग से नवाजा है उसने सीसीएसयू के इतिहास में नया अध्याय जोड़ दिया है। कभी अपराध, अनुशासनहीनता के लिए बदनाम रहने वाली सीसीएसयू अब नैक के ए डबल प्लस ग्रेड से नवाजी गई है। शुक्रवार को जैसे ही कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला को इस ग्रेडिंग की जानकारी मिली फौरन मीटिंग छोड़कर मंदिर भागी। विवि कैम्पस में बने मंदिर में जाकर भगवान को प्रणाम करते हुए धन्यवाद दिया। इसके बाद ढोल पर खूब जश्न मनाया गया।



शुक्रवार को नैक टीम ने सीसीएसयू की ग्रेडिंग रिपोर्ट जारी कर दी। जिसमें विवि को ए डबल प्लस ग्रेड की शुभकामनाएं दी हैं। विवि में जैसे ही नैक टीम की रिपोर्ट आई तो चारों तरफ जश्न और खुशी का माहौल हो गया। छात्र-छात्राओं ने फौरन ढोल बुलाकर विवि में जश्न शुरू कर दिया। कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला ने सभी स्टाफ और कर्मचारियों को खुशी के मौके पर मिठाई खिलाई। वीसी ने कहा अब हमारी जिम्मेदारी इस ग्रेड को मेंटेन रखना है। उसके लिए बहुत सारे प्रोजेक्ट हैं जिन पर अब काम होगा। वहीं उन्होंने कहा कि इस खुशी का बड़ा जश्न भी विवि में मनाया जाएगा।

सीसीएसयू को मिले 3.66 अंक

कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला ने बताया कि नैक टीम 7 प्रमुख बिंदुओं पर ग्रेडिंग चैक करती है। इसमें अनुशासन, मैंटीनेंस, रिसर्च वर्क, एजुकेशन सभी शामिल हैं। सीसीएसयू को इन सभी पेरामीटर्स पर बेस्ट नंबर मिले हैं। सीसीएसयू को नैक टीम नें 3.66 अंक देते हुए यह ए डबल प्लस ग्रेड दिया है। अब तक गोरखपुर विवि और लखनऊ विवि को यह ग्रेड मिला है। लेकिन इन दोनों यूनिवर्सिटी से सीसीएसयू के अंक ज्यादा है।

करियर ओरिएंटेड कोर्स की शुरूआत

प्रो. संगीता शुक्ला ने कहा कि नैक से इतनी शानदार ग्रेडिंग मिलने के बाद हमारी जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। अब हम विवि में नए करियर ओरिएंटेड कोर्स शुरू करने जा रहे हैं। इसमें फोटोग्राफी, एविएशन, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, स्क्रीनिंग, फिल्म मेकिंग और कुछ अन्य भी हैं। ताकि यूनिवर्सिटी में आने वाले छात्रों को केवल किताबी ज्ञान नहीं बल्कि रोजगार भी मिले।

 सीसीएसयू से जुड़ी अहम बातें

मेरठ का यह चौधरी चरण सिंह विवि का नाम पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के नाम पर रखा गया है। वर्तमान में कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला हैं। यह पहली बार है जब सीसीएसयू में कोई महिला कुलपति आई हैं। 1965 में सीसीएसयू की स्थापना मेरठ विवि के नाम से हुई थी। बाद में इसका नाम बदलकर भारत के भूतपूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के नाम पर रख दिया गया। 222 एकड़ में विवि का कैम्पस फैला हुआ है। यहां 20 यूजीसी प्रोग्राम, 35 सेल्फ फाइनेंस प्रोग्राम संचालित हैं। वेस्ट यूपी के 400 कॉलेज इससे संबंद़ध है। 4 लाख छात्र  विवि से जुड़े हुए हैं। विवि का एक अलग इंजीनियरिंग कॉलेज सर छोटूराम है। जिसमें इंजीनियरिंग की पांच शाखाओं में बीटेक किया जा सकता है।

यह विश्वविद्यालय कृषि विज्ञान, मानविकी, समाज विज्ञान, पत्रकारिता, जनसंचार और मल्टी मीडिया तकनीक, भूविज्ञान, शारीरिक शिक्षा, ललित कला, विधि विज्ञान, व्यावाहारिक विज्ञान, गृह विज्ञान, प्रबंधन अध्ययन, भौगोलिक सूचना प्रणाली, सुदूर संवेदन (रिमोट सेंसिंग,) आदि के क्षेत्र में स्ववित्त योजना के अन्तगर्त अनेक डिग्री पाठ्यक्रम संचालित करता है। इस यूनिवर्सिटी में अनेक भूतपूर्व क्रिकेटर्स और फिल्म जगत की हस्तियों ने पढ़ाई की है।

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