प्रभारी मंत्री ने हज यात्रा एवं मदरसा शिक्षा के सम्बन्ध में मुस्लिम धर्मगुरूओं के साथ की बैठक

मेरठ।  शुक्रवार को   मंत्री, पशुधन एवं दुग्ध विकास, राजनैतिक पेंशन, अल्पसंख्यक कल्याण, मुस्लिम वक्फ एवं हज तथा नागरिक सुरक्षा विभाग उ.प्र. द्वारा प्रातः 10 बजे सर्किट हाउस में हज यात्रा एवं मदरसा शिक्षा के सम्बन्ध में मुस्लिम धर्मगुरुओं के साथ बैठक की गयी।  

बैठक में उपस्थित समस्त अध्यापकों एवं अन्य धर्मगुरुओं से परिचय उपरान्त मा0 मंत्री द्वारा हज यात्रा के सम्बन्ध में सुझाव मांगे गये तथा अवगत कराया गया कि हज यात्रा हेतु आवेदन करने की अन्तिम तिथि  31 मार्च तक बढाये जाने हेतु भारत सरकार से अनुरोध किया गया है तथा जनपदवार अलग-अलग टेबल की व्यवस्था की जा रही है। साथ ही इस बार करेंसी एक्सचेंज की सुविधा भी हज हाउस से ही दी जाएगी ताकि हाजियों को कोई परेशानी न हो।

इस सम्बन्ध में मौलाना शम्श कादरी एवं मौलाना रिजवान द्वारा सुझाव दिये गये कि कई बार हाजी घर से एहराम पहनकर नही जाते है तथा एयरपोर्ट पर भीड़ ज्यादा होने के कारण वहां अहराम बांधने आदि की बहुत कठिनाई होती है तो इस सम्बन्ध में एयरपोर्ट पर ऐसी सुविधा हो जिससे हाजी आसानी से एहराम बांध सके। साथ ही खुद्दाम हेतु जाने वाले यात्रियों के आवेदन पत्र सम्बन्ध में जनपद स्तर से भी आवेदन प्राप्त किये जाये। इस सम्बन्ध में  मंत्री द्वारा आश्वस्त किया गया कि उपरोक्त बिन्दुओं के सम्बन्ध में कार्यवाही की जायेगी।

कारी शफीकुर्रहमान द्वारा बताया गया कि समय बहुत कम है और इस सम्बन्ध में अभी तक हाजियों को कितनी धनराशि जमा करनी है एवं कोविड वैक्सीन की उपलब्धता न होने के कारण हाजियों को कोविड वैक्सीन लगाया जाना संभव नहीं हो पा रहा है, साथ ही उनके द्वारा शाही ईदगाह में हाजियों के टीकाकरण कैम्प बनाये जाने का भी अनुरोध किया। इस सम्बन्ध में मा0 मंत्री द्वारा आश्वस्त किया गया हाजियों के टीकाकरण हेतु वैक्सीन की कोई कमी नहीं है एवं टीकाकरण कैम्प के सम्बन्ध में भी आश्वासन दिया गया।

तदोपरान्त  मंत्री द्वारा मदरसा शिक्षा के सम्बन्ध में सुझाव मांगे गये एवं अवगत कराया गया कि कुछ मदरसे ऐसे जो शर्तें पूर्ण नही करते है परन्तु मान्यता प्राप्त करना चाहतें है एवं कुछ मदरसे शर्ते पूरी होने के बाद भी मान्यता नही लेना चाहते। गैर मान्यता प्राप्त मदरसों के हुए सर्वे में यह बात संज्ञान में आयी है। मंत्री  से प्रधानमंत्री के सपने मदरसों के बच्चों के एक हाथ में कुरान एवं एक हाथ में लैपटॉप को पूरा करने के सम्बन्ध में हर संभव कोशिश किये जाने का भी अनुरोध किया गया। साथ ही मदरसों के बच्चों को अरबी, फ़ारसी एवं दीनियात के अलावा हिन्दी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान आदि विषयों की जानकारी देने की भी बात कही। इस सम्बन्ध में मौलाना शम्श कादरी द्वारा अवगत कराया गया कि मदरसों में हिन्दी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान आदि विषयों के अध्यापकों की नियुक्ति न होने के कारण इन विषयों की छात्रों को शिक्षा दिया जाना संभव नही हो पा रहा है। इस पर मा0 मंत्री द्वारा आश्वस्त किया गया कि मदरसों में ट्रेंड स्टाफ की नियुक्ति हेतु कार्यवाही की जायेगी एवं आधुनिक विषयों के अध्यापन हेतु स्टाफ भी उपलब्ध कराया जायेगा।
इस अवसर पर कारी शफीकुर्रहमान अध्यक्ष ऑल इण्डिया मिल्ली काउन्सिल मेरठ, मौलाना अतहर काज़मी एवं मौलाना औन मौहम्मद, सहायक अध्यापक मनसबिया अरेबिक कॉलेज रेलवे रोड मेरठ, मौलाना रिजवान प्रधानाचार्य एवं मौलाना सलमान सहायक अध्यापक, मदरसा दारूल उलूम अरेबिक कॉलेज इस्माईल नगर मेरठ, मौलाना शम्श कादरी प्रधानाचार्य एवं मौलाना शहाबुद्दीन सहायक अध्यापक, मदरसा इस्लामी अरबी अन्दर कोट गुजरी बाजार मेरठ, मौलाना हमीदुल्ला राजशाही सदस्य प्रदेश कार्यसमिति एंव जिला प्रभारी, गाजियाबाद अल्पसंख्यक मोर्चा उ.प्र. एवं जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी उपस्थित रहे।

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