सुभारती विश्वविद्यालय में हुआ संघमाता डा. मुक्ति भटनागर की जयंती का आयोजन
सुभारती ग्रुप की संस्थापिका संघमाता डा. मुक्ति भटनागर की जयंती की पूर्व संध्या पर दिव्यांगजन को उपकरण एवं चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को कम्बल वितरित किय गए
मेरठ। संघमाता डा. मुक्ति ग्लोबल बुद्धिस्ट फाउण्डेशन एवं स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में सुभारती ग्रुप की संस्थापिका संघमाता डा. मुक्ति भटनागर की 66 वी जयंती की पूर्व संध्या पर एक कार्यक्रम का हर्षोल्लास से आयोजन किया गया। इस अवसर पर हैल्प एन स्माईल संस्था द्वारा वृद्धों एवं दिव्यांगजन को उपकरण भेंट किये गए साथ ही सुभारती विश्वविद्यालय द्वारा चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को कम्बल वितरित किये गए।
कार्यक्रम का शुभारंभ सुभारती ग्रुप के संस्थापक डा. अतुल कृष्ण के नेतृत्व में कुलपति मेजर जनरल डा. जी.के.थपलियाल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा.शल्या राज, परामर्श दाता डा. हिरो हितो, न्यासी डा. रोहित रविन्द्र, न्यासी डा. कृष्णा मूर्ति, न्यासी डा. आकांशा सिंह, न्यासी सुश्री अवनि कमल ने संघमाता डा. मुक्ति भटनागर के चित्र के समक्ष पुष्पांजलि अर्पित करते हुए दीप प्रज्वलित किया।
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सुभारती ग्रुप के संस्थापक डा. अतुल कृष्ण द्वारा संघमाता डा.मुक्ति भटनागर की जयंती कार्यक्रम का परिचय दिया गया। उन्होंने कहा कि सुभारती ग्रुप की संस्थापिका संघमाता डा. मुक्ति भटनागर का सारा जीवन समाज के उत्थान में व्यतीत हुआ। उन्होंने कहा कि संघमाता डा.मुक्ति भटनागर ने क्रांतिधरा मेरठ में चिकित्सा, शिक्षा एवं समाज सेवा के क्षेत्र में अमूल्य योगदान दिया है, जिसमें मुख्य रूप से स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय मेरठ एवं रास बिहारी बोस सुभारती विश्वविद्यालय देहरादून सहित ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा केन्द्र एवं विद्यालयों को स्थापित करने में अविस्मरणीय योगदान कर जनमानस को लाभान्वित करने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि संघमाता डा. मुक्ति भटनागर के जन्म दिवस को पंचशील के सिद्धांतों का अनुसरण करते हुए प्रेम, करुणा मैत्री के भाव को फैलाने एवं समाज उत्थान के संकल्प के साथ मनाया जा रहा है।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा.शल्या राज ने श्रद्धा उद्बोधन दिया। उन्होंने कहा कि सुभारती ग्रुप की संस्थापिका संघमाता डा. मुक्ति भटनागर ने माला के रूप में सुभारती परिवार को एक सूत्र में पिरोने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि संघमाता डा. मुक्ति भटनागर सशक्त नारी का सर्वोत्तम उदाहरण है। उन्होंने बताया कि संघमाता ने चिकित्सा के क्षेत्र सहित चित्रकारी, बागवानी, संगीत, नृत्य एवं भारतीय संस्कृति व परंपरा को अपने गुण व अनुभव से प्रोत्साहन देने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि संघमाता की प्रेरणा से ही सुभारती ग्रुप समाज उत्थान के कार्य प्रतिबद्धता से कर रहा है। इस अवसर पर डा. शल्या राज ने संघमाता को समर्पित करते हुए कविता सभी को सुनाई, जिसे सुनकर सभी भाव विभोर हो गए।
इसी क्रम में डा. वैभव गोयल भारतीय, डा. संजय पांडे, डा. अंजली खरे, डा. प्रदीप राघव ने भी संघमाता डा. मुक्ति भटनागर की स्मृति में श्रद्धा उद्बोधन प्रस्तुत किया।
उन्होंने विभिन्न समय पर डा.मुक्ति द्वारा दिए गए संदेशों की चर्चा की एवं अपने संस्मरण साझा किए। उन्होंने कहा कि संघमाता डा. मुक्ति भटनागर की विचारधारा समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर देश उत्थान में कार्य करने वाली रही है। उन्होंने कहा कि संघमाता डा. मुक्ति भटनागर के विचारों को आत्मसात करने से हमारा देश सशक्त बनेगा।
मुख्य अतिथि जनपद बागपत के मुख्य विकास अधिकारी श्री एम.एल. व्यास ने संघमाता को नमन किया। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि मेरठ की धरती से देश को शिक्षा, सेवा, संस्कार का संदेश देकर संघमाता ने सुभारती के रूप में समाज को विकसित करने का विश्व को संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि संघमाता बहुमुखी और बहुआयामी व्यक्तित्व की धनी थी जिसके परिणाम स्वरूप उन्होंने सुभारती ग्रुप की स्थापना कर समाज उत्थान के कार्य किए। उन्होंने संघमाता को नमन करते हुए उनके व्यक्तित्व से प्रेरणा लेने की सभी से अपील की।
अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलपति मेजर जनरल डा. जी.के.थपलियाल ने कहा कि सुभारती की आत्मा संघमाता डा. मुक्ति भटनागर है। उन्होंने कहा कि संघमाता की जयंती प्रेरणा दिवस के रूप में देश की उत्थान के संकल्प के साथ मनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि शिक्षा, सेवा, संस्कार एवं राष्ट्रीयता के मंत्र से सुभारती ग्रुप समाज उत्थान के कार्य कर रहा है।
जानी ब्लॉक प्रमुख श्री गौरव चौधरी ने कहा कि संघमाता ने मानवता के भाव से राष्ट्र उत्थान के कार्य किये है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार संघमाता ने ग्रामीण क्षेत्र में चिकित्सा केन्द्र एवं स्कूल स्थापित कर लोगो को मुख्यधारा से जोड़ने का कार्य किया है। इसी प्रेरणा से वह अपने ब्लॉक जानी में खेल मैदान की स्थापना कर रहे है, जिसका नाम संघमाता डा. मुक्ति भटनागर के नाम पर स्थापित किया जाएगा।
सिटी मजिस्ट्रेट श्री अमरीश कुमार ने संघमाता को नमन किया। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार संघमाता डा. मुक्ति भटनागर ने समाज की उन्नति हेतु कार्य किये है, इसके लिए राष्ट्र को संघमाता पर गर्व है। उन्होंने कहा कि शैक्षिक संस्थान राष्ट्र का गौरव होते है और संघमाता ने भारत का नाम विश्व पटल पर रोशन करने का गौरवपूर्ण कार्य किया है।
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