उत्कृष्ट कार्य करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों को मिला

 सीएमओ कार्यालय में सम्मान समारोह का आयोजन
 मेरठ। सीएमओ कार्यालय में शनिवार को स्वास्थ्य विभाग से जुड़े चिकित्सकों, एएनएम व आशा को बेहतर कार्य करने के लिये मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अखिलेश मोहन व परिवार नियोजन के नोडल अधिकारी डॉ विश्वास चौधरी ने संयुक्त रूप से सम्मानित करते हुए उन्हें और अधिक कार्य करने के लिये प्रोत्साहित किया।  पुरूष व महिला नसबंदी में सबसे अधिक पुरस्कार सीएचसी परीक्षितगढ़ ने प्राप्त किये। ेेे
 सीएमओ कार्यालय में आयोजित सम्मान समारोह का शुभारंभ सीएमओ डा अखिलेश मोहन व डॉ विश्वास चौधरी ने संयुक्त रूप से किया। कार्यक्रम में बोलते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा अखिलेश मोहन ने कहा । कोरोना काल में विभाग के एमओआईसी,एएनएम ,आशा व विभाग से जुड़े अन्य लोगों ने विषम परिस्थिति होते हुए भी बेहतर कार्य किया है। उन्होंने कहा यही स्थिति बरकरार बनी रहनी चाहिए। उन्होंने कहा अभी और बेहतर करने की स्थिति है। उन्होंने उम्मीद जताई कि वित्तीय वर्ष की समाप्ति पर सभी टारगेट को विभाग अचीव कर लगा।
 डा विश्वास चौधरी ने कहा कि कोरोना काल में जहां लोग अपने घरो में कैद थे वही विभाग की आशा व एनएएम ने परिवार नियोजन पर बेहतर कार्य किया है। इस दौरान उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पडा लेकिन हिम्मत नहीं हारी। ऐसे कर्मचारी बधाई के पात्र है। कार्यक्रम के अंत में पुरस्कार समारोह का आयोजन किया गया।
 ग्रामीण क्षेत्र में 44 महिला नसबंदी में सीएचसी प्रथम स्थान प्राप्त किया। दूसरा स्थान सीएचसी माछरा का रहा जिसमें 43 महिला नसबंदी की। तीसरे स्थान पर सीएचसी हस्तिनापुर रहा। 28 महिला नसबंदी की। पुरुष नसबंदी में प्रथम स्थान सीएचसी रोहटा रहा। जहां पर 26 पुरुष नसबंदी की गयी। दूसरे स्थान पर परीक्षितगढ़ रहा जहां पर 15 पुरुष नसबंदी की गयी। तीसरे स्थान पर सीएचसी रोहटा रहा जहां पर 11  पुरुष नसबंदी की गयी। शहरी क्षेत्र में यूपीएचसी महिला नसबंदी के मामले में प्रथम स्थान पर रहा। यहां पर 14 महिला नसबंदी करायी गयी। दूसरे स्थान पर यूपीएचसी कंकरखेड़ा रहा। जहां पर 9 महिला नसबंदी करायी गयी। तीसरे स्थान पर यूपीएचसी लल्लापुरा रहा। जहां पर 7 महिला नसबंदी की गयी। पुरुष नसबंदी के मामले में कंकरखेड़ा रहा। जहां पर एक २ पुरुष नसबंदी हुई। 2021-22 में सबसे अधिक महिला नसबंदी कराने में मामले में सीएचसी सरूरपुर की एएनएम राधिका को १२ महिला नसबंदी कराने में प्रथम पुरस्कार मिला। सीएचसी हस्तिनापुर की सुमनलता को 8 महिला नसबंदी कराने पर दूसरा व सीएचसी गीता को 5 महिला नसबंदी कराने पर तीसरा स्थान मिला। 27 महिला नसबंदी कराने वाली सीएचसी सरधना की आशा  को प्रथम ,सीएचसी सरूरपुर की आशा को 12 महिला नसबंदी कराने पर दूसरा, व 11 महिला नसबंदी कराने वाली सीएचसी माछरा की दीपा ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।३६ पुरुष नसबंदी कराने में परीक्षितगढ़ की ज्योति का प्रथम, सीएचसी सरूरपुर की मंजू को 31 पुरुष नसबंदी कराने में दूसरा स्थान व  यूपीएचसी साबुन गोदाम की रूबी को 2 पुरुष नसबंदी कराने पर तीसरा स्थान मिला। वहीं सीएचसी परीक्षितगढ़ के पवन को 20 पुरुष नसबंदी करवाने पर प्रथम ,सीएचसी खरखौदा की बबीता को 5 पुरुष नसबंदी कराने पर दूसरा व सीएचसी हस्तिनापुर की को 4 पुरूष नसबंदी कराने पर तीसरा स्थान मिला। इसके अतिरिक्त डीपीएम मनीष बिसारिया, परिवार नियोजन विशेषज्ञ जितेन्द्र कुमार सिंह, डीएफपीएलएमआईएस मैनेजर हुसैन अहमद, बीपीएम,इकरार,डीसीपीएम शाह आलम , डीएमएचसी इलमा  अजीम , डीसीपीएम हरपाल आदि को भी पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इस मौके पर स्वास्थ्य केन्द्र के एमओआईसी ,एनएनएम, आशा आदि मौजूद रहे।  

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