आईआईसी रैंकिंग में आईआईएमटी विश्वविद्यालय को मिला उच्च स्थान

- इनोवेशन और स्टार्टअप प्रमोशन के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने पर शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार से मिली विशिष्ट रैंकिंग
मेरठ।
 उच्च शिक्षा के साथ छात्रों को नवीन विचारों के माध्यम से रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिये सदैव प्रयासरत रहने वाले आईआईएमटी विश्वविद्यालय को शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार के इंस्टीट्यूशंस इनोवेशन काउंसिल (आईआईसी) द्वारा देश भर के विश्वविद्यालयों को दी गयी रैंकिंग में सर्वोच्च स्टॉर के साथ उच्च स्थान प्राप्त हुआ है। इनोवेशन और स्टार्टअप प्रमोशन के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने के लिये आईआईएटी विश्वविद्यालय को यह उपलब्धि हासिल हुई है।
आईआईएमटी विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. दीपा शर्मा ने बताया कि आईआईसी की सर्वोच्च स्टार रेटिंग इस वर्ष 3.5 रही है जिसमें देश भर के हजारों सरकारी और गैर सरकारी विश्वविद्यालयों में से मात्र 59 को ही 3.5 स्टॉर रैंकिंग के लिये चुना गया है। इस श्रेणी में नार्दन इंडिया के सिर्फ चार विश्वविद्यालय शामिल हैं जिनमें आईआईएमटी विश्वविद्यालय अग्रणी रहा है। पिछले वर्ष भी आईआईएमटी विश्वविद्यालय देश भर के अग्रणी 10 विश्वविद्यालयों में शामिल था। आईआईएमटी विश्वविद्यालय को वर्ष 2018 से उच्चतम स्टार (04104) प्राप्त है जो वर्तमान में भी विश्वविद्यालय को गौरवान्वित कर रहा है। स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए 2.5 करोड़ के वित्त पोषण के साथ आईआईएमटी विश्वविद्यालय का बिजनेस इनक्यूबेटर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा स्टार्ट-इन-यूपी नीति तथा एमएसईएम (सूक्ष्म, लघु और मझौले उद्यम मंत्रालय) के अर्न्तगत मान्यता प्राप्त है।
इंस्टीट्यूशंस इनोवेशन काउंसिल (आईआईसी) की स्टॉर रैंकिंग में अग्रणी स्थान प्राप्त करने पर आईआईएमटी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री योगेश मोहनजी गुप्ता ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि आईआईएमटी विश्वविद्यालय नवाचार और उद्यमिता के क्षेत्र में अपने अथक परिश्रम और उपलब्धियों के लिए जाना जाता है। इनोवेशन के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर रहे आईआईएमटी विश्वविद्यालय का बिजनेस इनक्यूबेटर छात्रों को स्टार्टअप करने में सहयोग प्रदान कर रहा है। भविष्य में यह छात्र देश के विकास में अपना योगदान देंने में सक्षम होंगे।
आईआईएमटी विश्वविद्यालय के प्रति कुलाधिपति डा0 मयंक अग्रवाल जी ने कहा कि आईआईसी की स्टॉर रैंकिंग में उच्च स्थान प्राप्त करनायह आईआईएमटी विश्वविद्यालय के लक्ष्य की ओर बढ़ते प्रयासों की सफलता को प्रदर्शित करता है। प्रति कुलाधिपति जी ने कहा कि वर्तमान समय में छात्रों को उच्च शिक्षा प्रदान करने के साथ उनको स्वयं का रोजगार स्थापित करने के लिये प्रेरित करना आवश्यक है। छात्रों को रोजगार हासिल करने वाला बनाने की बजाये रोजगार देने वाले सफल व्यवसायी के रूप में तैयार करना आईआईएमटी विश्वविद्यालय का लक्ष्य है। इस लक्ष्य की प्राप्ति हेतु हम हरसंभव प्रयास कर रहे हैं और निरंतर मिल रही सफलता हमें इस दिशा में और अधिक प्रयास करने के लिये प्रेरित करती है।

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