साम्प्रदायिक एकता की मिशाल बन रहे कोल्हू

 दोनो समुदायिक के लोग गुड में घोल रहे देशभक्ति की मिठास
 मेरठ। सर्दी की दस्तक के साथ जिले के देहात क्षेत्र में कोल्हू की भटिटयां धधकने लगी है। देहात क्षेत्र में चल रहे कोल्हू पर हिन्दु मुस्लिम समुदाय के लोग एक साथ गुड बनाकर साम्प्रदायिक एकता की मिठास घोल रहे है।
मेरठ से परीक्षितगढ़ मार्ग पर भावनपुर के पास एक खेत में कोल्हू पर दिन रात गुड़ बनाने का कार्य किया जा रहा है। जहां से गुड के राजस्थान , शामली, खतौली आदि स्थानों भेजा रहा है। गुड को तैयार करने में दोनों समुदाय के लोग अहम भूमिका निभा रहे है। एक समुदाय का  व्यक्ति  पेलर पर गन्ने का रस निकाल रहा था तो दूसरी और गुड के बने खांचे में मुस्लिम समुदाय को व्यक्ति कार्य कर रहा है। वही गुड का अंतिम रूप हिन्दू समुदाय के व्यक्ति के द्वारा दिया जा रहा है।



 हमारी टीम ने कोल्हू पर पहुंचकर यह दृश्य देखा रहा नहीं गया। मन में जो बात खल रही थी। वह बात कोल्हू पर कार्य करने वाले व्यक्तियों के सामने उगल दी। जिस पर कोल्हू संचालक हुमायूं का कहना था देहात में किसी प्रकार का किसी से कोई मनभेद नहीं है। दोनो समुदाय के लोग एक दूसरे के कार्य में सहयोग करते है। यह सब तो राजनीतिज्ञ करते है जो एक दूसरे के बीच दूरी पैदा करते है। कोल्हू संचालक ज्ञानपुर निवासी रामपाल शर्मा ने बताया उनके कोल्हू में भी मुस्लिम समुदाय के लोग कार्य करते है। कभी भी इस तरह की कोई बात सामने नहीं आयी है।


 ये है सर्दी में गुड के फायदे
 गुड न सिर्फ स्वाद के अच्छा होता है बल्कि से हमारी सेहत के लिये भी अच्छा होता है। सर्दियों  में गुड़ खाने से जुकाम व कफ की समस्या नहीं होती है।साथ ही गुड़ खाने से शरीर के रोगों से लडने की क्षमता भी बढ़ती है। प्रतिदिन खाना खाने के बाद गुड़ का एक टुकड़ा खाने से हमारा पाचन तंत्र भी अच्छे से काम करता है। गुड बढते वजन को नियंत्रित करने में काफी सहायक होता है।

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