उत्‍तरकाशी में एवलांच से 9 की मौत, 20 फंसे
भारी बर्फबारी के कारण रोका रेस्‍क्‍यू आपरेशन

उत्‍तरकाशी।
निम का प्रशिक्षण उत्‍तरकाशी के दल द्रौपदी का डांडा में एवलांच की चपेट में आने से नौ प्रशिक्षणार्थियों की मौत हो गई है, जबकि 20 प्रशिक्षणार्थी क्रेवास (ग्‍लेशियर के बीच में बड़ी दरार) अभी फंसे हुए हैं। इन्‍हें निकालने के लिए निम की तरफ रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा था। लेकिन क्षेत्र में भारी बर्फबारी होने के कारण रेस्‍क्‍यू आपरेशन को रोक दिया है।
क्रेवास फंसे आठ प्रशिक्षणार्थियों को रेस्क्यू कर निकाला गया है, जबकि 20 लोग अभी भी क्रेवास में फंसे हैं। वहीं मुख्‍यमंत्री पुष्‍कर सिंह धामी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को घटना की जानकारी दी। जिस पर राजनाथ सिंह ने वायुसेना को बचाव और राहत अभियान चलाने का निर्देश दिया है।
नेहरु पर्वतारोहण संस्थान निम का डोकरानी बामक ग्लेश्यिर में बीते 22 सितंबर से बेसिक/एडवांस का प्रशिक्षण चल रहा था। बेसिक प्रशिक्षण 97 प्रशिक्षार्थी, 24 प्रशिक्षक व निम के एक अधिकारी समेत कुल 122 लोग शामिल थे। जबकि एडवांस कोर्स में 44 प्रशिक्षणार्थी व 9 प्रशिक्षक समेत कुल 53 लोग शमिल थे।
एवलांच की चपेट में आने से 29 प्रशिक्षणार्थी क्रेवास में फंस गए
प्रशिक्षण के दौरान द्रौपदी का डांडा के पास एवलांच की चपेट में आने से 29 प्रशिक्षणार्थी क्रेवास में फंस गए। द्रोपदी के डांडा में क्रेवास में फंसे आठ लोगों को निम ने रेस्क्यू कर निकाल दिया है, जबकि 21 लोग अभी क्रेवास में फंसे हैं। ‌जिन्हें निकालने के लिए निम की तरफ से रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि क्रेवास में फंसे लोगों को निकालने के लिए निम द्वारा रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। घटनास्थल पर निम के पास दो सैटेलाइट फोन मौजूद हैं। रेस्क्यू अभियान के लिए निम के अधिकारियों के साथ निरंतर समन्वय किया जा रहा है।
दो प्रशिक्षकों की मौत
नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के प्रधानाचार्य कर्नल अमित बिष्ट ने कहा कि द्रौपदी का डांडा क्षेत्र में प्रशिक्षण के दौरान एवलांच आया है। जिसमें दो प्रशिक्षकों की मौत हो गई है। अन्य घायलों को रेस्क्यू किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि एयरपोर्ट से भी संपर्क किया गया है।

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