विश्व दृष्टि दिवस 13 अक्टूबर को सभी अपने नेत्रों का परीक्षण कराने की प्रतिज्ञा लें : सीएमओ

इस बार की थीम मनाया जाएगा 23वां विश्व दृष्टि दिवस

"लव योर आइज" के आधार परलोगों को किया जाएगा दृष्टिहीनता के बारे में किया जाएगा जागरूक, लगेंगे शिविर

मुजफ्फरनगर, 11 अक्टूबर 2022। 

राष्ट्रीय कार्यक्रम के अन्तर्गत अक्टूबर माह के द्वितीय बृहस्पतिवार (13 अक्टूबर) को 23वां विश्व दृष्टि दिवस मनाया जाएगा। इस संबंध में शासन से जिलाधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी व जिला कार्यक्रम प्रबंधक(नेत्र) को निर्देश जारी किए गए हैं। इस वर्ष (2022) की थीम "लव योर आइज" के आधार पर 23वां विश्व दृष्टि दिवस मनाया जाएगाहै,। जिसका मूल मंत्र दृष्टिहीनता की ओर विश्व का ध्यान खींचना है। इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. महावीर सिंह फौजदार और अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी दिव्या वर्मा की अध्यक्षता में बैठक कर सभी ब्लॉक नेत्र परीक्षण अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए गए है। 

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. महावीर सिंह फौजदार ने बताया कि - इस संबंध में शासन से निर्देश जारी किए गए है। इस वर्ष विश्व दृष्टि दिवस- 2022 का लक्ष्य विगत वर्षों में नेत्र चिकित्सा में किए गए महान कार्यों को अभियान के रूप में जारी रखते हुए और अधिक लोगों को अपने नेत्रों के परीक्षण हेतु के लिए प्रेरित करना है। तथा 5 मिलियन से अधिक लोगों को नेत्र परीक्षण की शपथ लेने हेतु जोड़ना है। इस वर्ष की थीम “लव योर आईस” के तहत लोगों को उनके नेत्र स्वास्थ्य हेतु के लिए जागरूकता अभियान चलाकर जागरूक किया जाएगा। जिसके अन्तर्गतइसी क्रम में शिविर लगाकर उनके नेत्र रोगों का परीक्षण किया जाएगा तथा दृष्टि क्षीणता से ग्रसित व नेत्र चिकित्सा सुविधाओं से दूर लोगों को भी चिकित्सा सुविधाएं मुहैया करना हैकरायी जाएगी। उन्होंने जनपद वासियों से अपील करते हुए कहाकी है कि इस विश्व दृष्टि दिवस पर अपने नेत्रों का परीक्षण कराने की प्रतिज्ञा लें।

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व कार्यक्रम की नोडल अधिकारी डॉ. दिव्या वर्मा ने बताया कि - भारत में दृष्टिहीनता का मुख्य कारण मोतियाबिन्द निकट एवं दूर दृष्टिदोष, ग्लूकोमा, बढ़ी उम्र में पर्दे की कमजोरी, डायबिटिक रेटिनोपैथी एवं कार्नियल ओपेसिटि, नेत्र संक्रमण, मॉैलन्यूट्रिशन आदि हैं। तथा उन्होंने कहा- अधिकतर केसों में इनसे बचा जा सकता है।

उन्होंने कहा- कि नेत्र चिकित्सा से ही ज्योति को बचाया या दोबारा प्राप्त किया जा सकता है। एवं आम जनता द्वारा अपने नेत्रों का परीक्षण करना ही नेत्र ज्योति को बचाने का पहला कदम है। हर व्यक्ति अपने नेत्रों के परीक्षण पर ध्यान दें,  नेत्र रोगों काे बचाव एवं नियंत्रण जरूरी है। इसके लिए नेत्र परीक्षण के महत्व की के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से 13 अक्टूबर को विश्व दृष्टि दिवस मनाया जाएगा। जिसमें नेत्र उपचार में लगे राजकीय चिकित्सालयों, राजकीय सहायता प्राप्त गैरसरकारी संगठनों एवं दृष्टिविहीनता नियंत्रण के क्षेत्र से जुड़े प्राईवेट निजी चिकित्सालयों में उपलब्ध चिकित्सा सुविधाओं की पूर्ण जानकारी आम जन तक पहुंचाने के प्रयास किए जाएंगे और सभी जिला चिकित्सालयों में दृष्टिदोष परीक्षण शिविरों का आयोजन किया जाएगा। ताकि जनता में नेत्र परीक्षण की आवश्यकता एवं इसकी जरूरत के बारे में जानकारी प्रदान की जा सके। इन शिविरों में नेत्र विकारों से सम्बन्धित प्रचार-प्रसार सामग्रियों का प्रदर्शन करते हुए जनता को शिक्षित किया जाएगा।

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