कांवड़ यात्रा :
प्रशासन अलर्ट, चप्पे-चप्पे पर रहेगी पुलिस की निगरानी
मेरठ। कांवड़ यात्रा के लिए मवाना क्षेत्र के लिए 2 जोनल और 10 सेक्टर मजिस्ट्रेट को जिम्मेदारी दी गई है जो पल पल की जानकारी अफसरों को देंगे ओर कोई भी समस्या आने पर तत्काल उसका समाधान कराएंगे। एसडीएम अखिलेश यादव ने शुक्रवार को तहसील सभागार में आयोजित बैठक के दौरान सभी मजिस्ट्रेट की बैठक लेते हुए उन्हें उनकी जिम्मेदारी से अवगत कराया। कहीं भी बड़ा हादसा होने पर तत्काल उसकी रिपोर्ट भी देनी होगी।
एसडीएम अखिलेश यादव ने बताया कि डिवाइडर पर कांवड़ का स्टैंड न बने, इससे दूसरी पटरी पर चलने वाले वाहनों और लोगों के कांवड़ से टकराने की संभावना हो सकती है। शिविरों में सभी सेक्टर और जोनल मजिस्ट्रेट खाने की गुणवत्ता की जांच करेंगे। तहसील में बनाए गए कंट्रोल रूम में सारी सूचनाएं अपडेट की जाएंगी। सड़क किनारे स्ट्रीट लाइट और साफ-सफाई का रोजाना ध्यान रखा जाएगा। कांवड़ यात्रा के दौरान मार्ग में पड़ने वाली मीट की दुकानें बंद रहेंगी। चिकित्सा शिविर कहां-कहां लगाए गए हैं इसकी सूची भी सेक्टर-जोनल प्रभारी पर रहेगी। कांवड़ मेले तक कोई भी अधिकारी बिना उच्चाधिकारियों को बताए जिले से बाहर नहीं जाएगा।
बम-बम भोले के उद्घोष से गूंजेंगी गंगनहर पटरी
नगर की गंगनहर पटरी पर प्रशासन ने पूर्व वर्षों की तरह कांवड़ियों के निकलने के लिए इंतजाम किए हैं। एक तरफ मार्ग पर कांवड़ चलती रहेगी। इस बीच अगर जरुरत पड़ी तो पुलिस निगरानी के साथ ड्यूटी भी लगाई जाएगी। रूट डायवर्जन को लेकर हर मार्ग पर वैकल्पिक मार्ग की तलाश कर ली गई है ताकि समस्या आने पर इन मार्गों का इस्तेमाल किया जा सके। कई जगह सड़कों पर अभी भी गड्ढे नहीं भरे हैं। पीडब्लूडी और एनएचएआई के अधिकारियों को यहां पर पेचवर्क कराने के निर्देश दिए गए हैं।
तीसरी आंख की निगरानी में होगी कांवड़ यात्रा
कांवड़ यात्रा के साथ असामाजिक तत्वों पर निगरानी रखने के लिए थाने पर कंट्रोल रूम बनाया गया है। जिसमें कैमरे लगाने की तैयारी की जा रही है। इसी कंट्रोल रूम से नगर पालिका के कैमरों को भी कनेंक्ट करने के लिए पालिका अफसरो से वार्ता की जायेगी। थाने पर कंट्रेाल रूम बनाने के लिए कार्य चलता रहा।14 जुलाई से सावन मास की शुरूआत हो चुकी है। सावन मास लगते ही कांवड़िए भी हरिद्वार से गंगा जल लेने जाने लगे हैं। कांवड़ यात्रा को देखते हुए पुलिस-प्रशासन ने भी अपनी कमर कस ली है। वहीं हरिद्वार से कांवड़िए गंगा जल लेकर अपने गणतव्य स्थान पर लौटने शुरू हो गये है। ऐसे में असामाजिक तत्व पर नजर रखने के अलावा, भीड़ और ट्रैफिक को नियंत्रण करने के लिए पुलिस तीसरी आंख की मदद ले रही है। नगर में नगर पालिका के कैमरे लगे हुए है इसके साथ ही अफसरों के निर्देश पर थाने के अंदर कंट्रोल रूम बनाने की पूरी तैयारी कर दी गई है। कैमरे लगाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। थाने में लगे सीसीटीवी कैमरे नगर की सारी व्यवस्थाओं को दिखायेंगे। कंट्रोल रूम से ही सभी तरह की गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी। एसडीएम मवाना अखिलेश यादव ने थाने पर कंट्रेाल रूम बनाने के लिए कहा था। उसी के अनुसार थाना प्रभारी विष्णु कौशिक द्वारा तैयारी की जा रही है।
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