महंगाई की मार
कांवड़ यात्रा जेब पर भारी पड़ रहीमेरठ। सावन में कांवड़ यात्रा महंगाई से अब शिवभक्तों की कांवड़ भी नहीं अछूती रही। इस पर भी महंगाई की मार पड़ी है। कांवड़ बनाने में प्रयोग किया जाने वाला सभी सामान काफी महंगा हो गया है। जिसके चलते कांवड़ के दाम में दो से तीन गुना तक की वृद्धि हुई है। दो साल से प्रतिबंधित कांवड़ यात्रा के इस बार शुरू होने पर बड़ी संख्या में लोग यात्रा को लेकर उत्साहित हैं और भाग ले रहे हैं। कांवड़ निर्माता इस बार पहले की अपेक्षा अधिक कांवड़ तैयार कर रहे हैं।
मेरठ में दर्जनों स्थानों पर कांवड़ बनाई जाती है। मेरठ में बनाई गई कांवड़ हरियाणा,दिल्ली और गाजियाबाद के अलावा मुजफ्फरनगर के कांवड़िये भी खरीदकर ले जाते हैं। महंगाई के चलते इस बार कांवड़ बनाने की सामग्री के दाम भी दो गुना हो गए हैं। कांवड़ बनाने में प्रयुक्त होने वाला बांस, कपड़ा, सजावट का सामान, डंडा, टोकरी आदि वस्तुओं के दाम दो से तीन गुना तक बढ़ गए हैं। ऐसे में कावड़ की कीमत में भी इजाफा हुआ है। इस बार सबसे महंगी कांवड़ 2.5 लाख में तैयार हो रही हैंं। यह कांवड़ दिल्ली शाहदरा कांवड़ संघ द्वारा मेरठ में तैयार करवाई जा रही है।
कावंड़ के दाम
कांवड़ पुराने रेट नए रेट
छीके वाली कांवड़ 250 550-600
टोकरी वाली कांवड़ 350 750
एक मंजिला कांवड़ 700 1000
दो मंजिला कांवड़ 1500 3500
?तीन मंजिला कांवड़ 3000 4500
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