प्रिवेंटिव थेरेपी टीबी को करेगी जड़ से खत्म

-थेरेपी के तहत रोगी के परिवार वालों को खिलाई जाएगी दवा

-अभी तक पांच साल से कम उम्र वाले बच्चों को दी जाती थी दवा

 


मुजफ्फरनगर,  19 जून, 2022। क्षय रोग को जड़ से समाप्त करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने अनोखी पहल की है। जिले में पांच वर्ष तक के बच्चों को दी जाने वाली प्रीवेंटिव थेरेपी अब क्षय रोगियों के परिवार वालों को भी दी जाएगी।

जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. लोकेश गुप्ता ने बताया- प्रीवेंटिव थेरेपी अब क्षय रोगियों के परिवार वालों को भी दी जाएगी। उन्होंने बताया- पोषण व भावनात्मक सहयोग उपलब्ध करा रही संस्थाओं के प्रयास सकारात्मक होते भी दिख रहे हैं। क्षय रोगियों के उपचार के साथ ही उनके पोषण में भी सहयोग आवश्यक है। इसी क्रम में स्वास्थ्य विभाग के साथ ही सामाजिक संगठनों, आमजन, निजी चिकित्सकों तथा अन्य लोगों को समन्वित रूप से आगे आना होगा।

होगा इग्रा व मोंटू टेस्ट :

डीटीओ डा.लोकेश ने बताया टीबी रोगियों के परिजनों व सम्पर्क में आने वालों का इग्रा (इंटरफेरॉन गामा रिलीज एसेज)  व मोंटू टेस्ट भी कराया जाएगा। जांच में किसी व्यक्ति में टीबी लक्षण दिखाई देंगे तो संबंधित का भी उपचार विभाग की ओर से किया जाएगा। जिला समन्वयक सहबान उल हक ने बताया - प्रीवेंटिव थेरेपी  के लिए परिवार  के लोगों की पहले  स्क्रीनिंग की जाएगी। जांच के बाद डॉट सेंटर द्वारा ही प्रीवेंटिव दवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। डॉट सेंटर दवा को लेकर पूरी मॉनिटरिंग और रिपोर्ट जिला क्षय रोग अधिकारी कार्यालय में देंगे। 

स्टाफ की हो रही स्क्रीनिंग :

जिला पीपीएम कॉर्डिनेटर प्रवीन कुमार ने बताया टीबी को समाप्त करने के लिये जिला क्षय रोग विभाग के सभी अधिकारी व कर्मचारी जुटे हुए हैं। प्रीवेंटिव थेरेपी के लिए सभी की स्क्रीनिंग की जा रही है। यदि किसी में टीबी के लक्षण मिले तो छह माह तक थेरेपी दी जाएगी। दरअसल क्षय रोग विभाग का स्टाफ क्षय रोगियों के संपर्क में रहता है, इसलिये स्टाफ को प्रीवेंटिव थेरेपी देने के लिये प्रक्रिया पूरी की जा रही है।

No comments:

Post a Comment

Popular Posts