सुरक्षित मातृत्व अभियान :


अब मां और नवजात को अलग नहीं कर पाएगी अस्वस्थता


-          शासन के निर्देश पर जनपद में छह एमएनसीयू बनाई गईं


-          मां के स्पर्श के साथ नवजात को मिलेगी चिकित्सकीय सुविधा


-          प्रसूता को स्तनपान कराने का सही तरीका भी बताया जाएगा

गाजियाबाद, 10 जून, 2022। स्वास्थ्य विभाग की ढांचागत सुविधाओं में लगातार इजाफा हो रहा है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. भवतोष शंखधर ने बताया - सरकार का प्रयास है कि अब तक केवल जनपद स्तर पर मुहैया कराई जा रहीं सुविधाएं ब्लॉक स्तर पर उपलब्ध हो सकें। इससे जहां लाभार्थियों को जिला मुख्यालय की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी वहीं जनपद स्तरीय चिकित्सालयों के काम का बोझ थोड़ा कम होगा, और काम का बोझ कम होने से जनपद स्तरीय चिकित्सालयों में उपलब्ध सुविधाओं की गुणवत्ता और बेहतर हो सकेगी। उन्होंने बताया संजयनगर स्थित संयुक्त जिला चिकित्सालय के साथ मुरादनगर, मोदीनगर, लोनी और डासना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अलावा भोजपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर मदर एंड न्यूबोर्न बेबी केयर यूनिट (एमएनसीयू) तैयार कराई गई हैं। अब तक यह सुविधा केवल जिला महिला चिकित्सालय में उपलब्ध थी।


सीएमओ डा. शंखधर ने बताया - ब्लॉक स्तर पर एमएनसीयू की सुविधा मिलने से दूर-दराज के क्षेत्रों से गाजियाबाद शहर तक दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। एमएनसीयू में कमजोर, बीमार और समय से पूर्व जन्मे बच्चों को जरूरी उपचार अपनी मां के साथ रहते हुए मिल सकेगा। एमएनसीयू, कंगारू मदर केयर यूनिट के रूप में काम करेंगी। शुक्रवार को भोजपुर पीएचसी पर एमएनसीयू का निरीक्षण करने पहुंचे सीएमओ ने बताया दरअसल, नवजात की अच्छी ग्रोथ के लिए मां का स्पर्श बहुत जरूरी है। मां से स्पर्श पाकर नवजात खुद सुरक्षित महसूस करता है। एमएनसीयू में एएनएम प्रसूताओं की स्तनपान कराने में भी मदद करेंगी और उन्हें स्तनपान का सही तरीका भी सिखाएंगी और जन्म के पहले घंटे में स्तनपान का महत्व भी समझाएंगी। 


मां का पहला गाढ़ा और पीला दूध शिशु के लिए कुदरती टीके काम काम करता है, इसलिए प्रसव के एक घंटे में स्तनपान बहुत जरूरी है, लेकिन जागरूकता के अभाव में बहुत कम बच्चों को ही पहले घंटे में स्तनपान कराया जाता है। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे-पांच के मुताबिक जनपद में केवल 18.4 प्रतिशत बच्चों को पहले घंटे में स्तनपान कराया गया। ब्लॉक स्तरीय स्वास्थ्य केंद्रों पर एमएनसीयू शुरू करने से स्तनपान के प्रति जागरूकता बढ़ेगी। 


अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (आरसीएच) डा. विश्राम सिंह ने बताया डासना और लोनी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर नौ-नौ बेड की एमएनसीयू बनाई गई हैं। मुरादनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर आठ, मोदीनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर छह और ब्लॉक स्तरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भोजपुर पर छह बेड की एमएनसीयू तैयार कराई जा रही है। इसके अलावा संजयनगर स्थित संयुक्त ‌जिला चिकित्सालय में भी छह बेड की एमएनसीयू बनाई गई है। जनपद में बनाई जा रहीं एमएनसीयू का 75 प्रतिशत से अधिक कार्य पूर्ण हो चुका है। शासन स्तर से की गई रैंकिंग में मेरठ मंडल में गाजियाबाद जनपद पहले स्थान पर है।


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दो और उपकेंद्रों पर शुरू हुए प्रसव


मातृ एवं शिशु मृत्यु दर पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए जनपद में संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और उप-केंद्रों पर भी प्रसव कराए जा रहे हैं। सीएमओ डा. भवतोष शंखधर ने बताया - लोनी में वेद विहार यूपीएचसी, फरूखनगर एपीएचसी, फरीदनगर एपीएचसी और कुशलिया उप-केंद्र के बाद लोनी में महमूदपुर और टीला शहबाजपुर उप-केंद्रों पर भी सामान्य प्रसव सुविधा शुरू कर दी गई है।

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