पर्यावरण संरक्षण हमारा नैतिक कर्तव्य है - कुलपति मेजर जनरल डा. जी.के. थपलियाल


प्लास्टिक मुक्त समाज बनाकर पर्यावरण को स्वच्छ बनाने का प्रयास करें - मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा. शल्या राज

सुभारती विश्वविद्यालय में चिड़ियों को पिंजरे से आज़ाद कर एवं वृक्षारोपण के साथ विश्व पर्यावरण दिवस भव्य रूप से मनाया गया

मेरठ।
 स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय परिसर स्थित गरूड़ उद्यान में विश्व पर्यावरण दिवस पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सुभारती पर्यावरण कमेटी द्वारा चिड़ियों को पिंजरे से आज़ाद कर, वृक्षारोपण एवं पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता तथा पर्यावरण को संरक्षित करने की शपथ दिलाई गई। सुभारती राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा गीत प्रस्तुति से प्रकृति से प्रेम का संदेश दिया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ पर्यावरण कमेटी द्वारा कुलपति डा.जी.के.थपलियाल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा.शल्या राज, प्रतिकुलपति डा.अभय शंकरगौड़ा, कुलसचिव डी.के.सक्सैना को पौधें भेंट कर पर्यावरण दिवस की शुभकामनाएं देकर किया गया।

पर्यावरण कमेटी के अध्यक्ष डा. मुकेश रूहेला ने स्वागत भाषण में सभी को विश्व पर्यावरण दिवस की बधाई दी। उन्होंने पर्यावरण दिवस के इतिहास पर चर्चा करते हुए सुभारती विश्वविद्यालय द्वारा पर्यावरण को संरक्षित करने की दिशा में किये जा रहे विभिन्न कार्यो से सभी को रूबरू कराया।
 
सुभारती विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डा. जी.के.थपलियाल ने सभी को विश्व पर्यावरण दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि पर्यावरण का संरक्षण करना हमारा नैतिक कर्तव्य है। उन्होंने  बताया कि सुभारती विश्वविद्यालय भारत का ऐसा विश्वविद्यालय है, जो पर्यावरण संरक्षण के लिए विशेष कार्यक्रम संचालित करता है और विश्वविद्यालय के कैम्पस एवं हास्टल में प्लास्टिक के प्रयोग पर प्रतिबंध है। उन्होंने बताया कि सुभारती विश्वविद्यालय के समस्त कॉलिज एवं विभाग में होने वाले अंतर्राष्ट्रीय/राष्ट्रीय सेमिनार, संगोष्ठी एवं कार्यशाला आदि में अतिथियों का स्वागत सुभारती पर्यावरण संरक्षण जागरूकता अधिनियम के तहत पौधा देकर किया जाता है। इसके अलावा प्रदूषण रोकने के लिए सप्ताह में एक दिन विश्वविद्यालय में कार का प्रयोग नही किया जाता है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय में सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाता है, जिसमें गलनशीन कूड़े को अलग बॉक्स में डाला जाता है और कचरे को अलग बॉक्स में डाला जाता है तथा मेडिकल वेस्ट व ई वेस्ट को अलग रंगों के बॉक्स में जमा किया जाता है।
 
सुभारती विश्वविद्यालय की मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा.शल्या राज ने कहा कि जिस प्रकार हम अपने परिवार का ध्यान रखते है इसी प्रकार हमें अपनी प्रकृति का भी ध्यान रखने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हमारा जीवन प्रकृति पर निर्भर है, इसलिय हमें अपने पर्यावरण का संरक्षण करना चाहिए। उन्होंने गरूड़ उद्यान में पिंजरे से चिड़ियों को आज़ाद करते हुए कहा कि इससे प्रकृति की सुन्दरता में वृद्धि होगी एवं सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा। उन्होंने कहा कि हमें खुले में कूड़ा नही डालना चाहिए एवं पानी को बचाने के अधिक से अधिक प्रयास करने चाहिए। उन्होंने बताया कि सुभारती विश्वविद्यालय में वर्षा के जल को संचयन किया जा रहा है और परिसर में इसकी यूनिट भी स्थापित है। उन्होंने लोगो से अपील करते हुए कहा कि आज के दिन जितने भी पेड़ लगाए जाए उन सभी को गोद लेकर जीवन भर उनको संरक्षित किया जाए ताकि पर्यावरण दिवस के मूल उद्देश्य को पूर्ण किया जा सकें।

सुभारती लॉ कॉलिज के डीन डा.वैभव गोयल भारतीय ने पर्यावरण संरक्षण की सभी को शपथ दिलाई।
कार्यक्रम मेंं गरूड़ उद्यान में चिड़ियों को पिंजरे से आज़ाद करने के बाद विश्वविद्यालय परिसर में वृक्षारोपण किया गया एवं जीटीबी प्रेक्षागृह में पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में अतिथियों ने विद्यार्थियों का उत्साह वर्धन किया।
पर्यावरण कमेटी के सदस्य डा.संचित प्रधान ने धन्यवाद ज्ञापित किया। मंच का संचालन डा. नीरज कर्ण सिंह ने किया।

इस अवसर पर प्रतिकुलपति डा. अभय शंकरगौड़ा, कुलसचिव डी.के.सक्सैना, अतिरिक्त कुलसचिव सैयद ज़फ़र हुसैन, पर्यावरण कमेटी के अध्यक्ष डा. मुकेश रूहेला, पर्यावरण समिति के सदस्य डा. संचित प्रधान, डा. वैभव गोयल भारतीय, डा. महावीर सिंह, डा. नीरज कर्ण सिंह, डा. संदीप कुमार, डा.नीतू पंवार, डा. अनोज राज, डा. श्वेता भारद्वाज, डा. फहीम अहमद, हर्षवर्धन कौशिक, आनन्द पाल आदि सहित पर्यावरण कमेटी एवं विश्वविद्यालय के पदाधिकारी व विद्यार्थी उपस्थित रहे।

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