जीवन में हवा, पानी की तरह उपयोगी है योग :- पशुपति कुमार नाथ पारस

योग हमारी सांस्कृतिक विरासत है जिसको सहेज कर रखना हम सबका दायित्व:- योगेंद्र उपाध्याय

जनपद में मनाया गया 8वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस

  मेरठ। आठवे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर  राजकीय इंटर कॉलेज हस्तिनापुर मेरठ के प्रांगण में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय भारत सरकार के तत्वावधान में आयुष मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आजादी के 75 वर्ष के अवसर पर चयनित किए गए 75 स्थलों में से एक हस्तिनापुर में योग दिवस का भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। योगाभ्यास कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पशुपति कुमार नाथ पारस खाद्य एवं प्रसंस्करण उद्योग भारत सरकार एवं विशेष अतिथि कैबिनेट मंत्री उच्च शिक्षा विज्ञान एंव प्रौद्योगिकी इलैक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी उप्र सरकार  योगेंद्र उपाध्याय ने दीप प्रज्जवलित कर योग कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर कर्नाटक के मैसूर पैलेस में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में आयोजित योग दिवस कार्यक्रम का सजीव प्रसारण किया गया।

 योग दिवस के अवसर पर जीआईसी प्रांगण में योगाभ्यास आगंतुकों को सम्बंोधित करते हुए पशुपति कुमार नाथ पारस खाद्य एवं प्रसंस्करण उद्योग भारत सरकार ने कहा कि मैं इतिहास की इस पावन भूमि हस्तिनापुर को नमन करता हूं जिसपर मुझे आज योग दिवस के अवसर पर आने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि देश में योग दिवस यात्रा की शुरूआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा की गयी थी और वर्तमान में यह यात्रा पूरे जोर शोर व हर्षोल्लास के साथ जारी है तथा प्रत्येक वर्ष सम्पूर्ण भारत सहित सम्पूर्ण विश्व में योग दिवस का आयोजन किया जा रहा है तथा सर्म्पूण विश्व योग से लाभान्वित हो रहा है। उन्होने कहा कि कोरोना महामारी में भारत स्वास्थ्य लाभ के रूप में उभरा, ऐसे कठिन काल में भी योग से विश्व को लाभ प्राप्त हुये है।

 योग भारत की प्राचीन परम्परा 

 उन्होने कहा कि योग भारत की प्राचीन परम्परा है जिसको बनाये रखना व अपनाना सभी के लिए स्वास्थ्यवर्धक एवं उपयोगी है। योग जीवन के लिए उसी प्रकार उपयोगी है जिस प्रकार हवा और पानी। प्रत्येक व्यक्ति को स्वस्थ शरीर के लिए योग अवश्य करना चाहिए तथा योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए। उन्होने कहा कि यह हम सभी के लिए हर्ष की बात है कि इस बार योग दिवस आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने की वर्षगांठ पर अमृत महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है।

  कैबिनेट मंत्री उच्च शिक्षा विज्ञान एंव प्रौद्योगिकी इलैक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी उप्र सरकार योगेंद्र उपाध्याय ने २१ जून को योग दिवस मनाये जाने के महत्व के संबंध में बताया कि आज के दिन सूर्य उत्तरायण से दक्षिणायन में प्रवेश करता है तथा आज का ही वह दिन है जब सूर्य का पूर्ण प्रकाश पृथ्वी पर पडता है।योग हमारी सांस्कृतिक विरासत है जिसको सहेज कर रखना हम सबका दायित्व है।  योग से शारीरिक, मानसिक एवं आध्यात्मिक चेतना का विकास होता है। इसलिए प्रत्येक नागरिक को अपनी दिनचर्या में इसको शामिल करना लाभकर होगा। योग व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक नैतिक एवं आध्यात्मिक रूप से मजबूत करने का साधन है। 

जिलाधिकारी श्री दीपक मीणा द्वारा समस्त गणमान्य अतिथि एवं कार्यक्रम में शामिल समस्त आगंतुकों का स्वागत करते हुये कहा कि हमारे लिए आज का यह दिन बहुत ही महत्वपूर्ण है। माननीय प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से संयुक्त राष्ट्र संघ में रखे गए प्रस्ताव को 2015 में स्वीकार कर 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाए जाने का निर्णय लिया गया था। जिसके उपरांत हर वर्ष 21 जून को योग दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है और आज हम सब इस बडे भव्य कार्यक्रम के साक्षी बन रहे है। 

इस अवसर पर मोक्षायतन योग संस्थान के योगाचार्य  अमित गर्ग द्वारा जीवन में योग की महत्ता को बताते हुये समस्त आगंतुको को योगाभ्यास कराया। उन्होने प्रत्येक योगासन के दौरान उसके महत्व को बताया। इस अवसर पर दो हजार से अधिक लोगों द्वारा योग कार्यक्रम में प्रतिभाग किया गया।

इस अवसर पर जिलाधिकारी दीपक मीणा, डीएफओ राजेश कुमार, मुख्य विकास अधिकारी शशंाक चौधरी सहित अन्य अधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।


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