अमृतसर के गुरु नानक देव अस्पताल में लगी भीषण आग

 मची अफरातफरी, 600 मरीजों को बाहर निकाला

अमृतसर (अरुण खोसला)।
गुरु नानक देव अस्पताल में शनिवार दोपहर भीषण आग लगने से काफी नुकसान हो गया। उस दौरान यहां भर्ती करीब छह सौ मरीजों को अफरा-तफरी के माहौल में सडक़ों पर लाया गया। आग इतनी भयानक भी कि इमारत में कई जगह दरारें आ गईं। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अस्पताल में हुए अग्निकांड पर रिपोर्ट मांग ली है। पंजाब के आबकारी एवं काराधन मंत्री हरभजन सिंह ने मौके पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लिया।
शनिवार होने के कारण गुरु नानक देव अस्पताल की ओपीडी में मरीज नहीं थे लेकिन अस्पताल में करीब 600 मरीज भर्ती थे। ओपीडी के पीछे की तरफ और एक्स-रे यूनिट के पास दो ट्रांसफार्मर लगे हैं। इनसे पूरे अस्पताल को बिजली सप्लाई की जाती है। शनिवार की दोपहर करीब ढाई बजे इन ट्रांसफार्मरों में अचानक ब्लास्ट हुआ और आग लग गई। आग की लपटें काफी ऊपर तक गईं। ट्रांसफार्मरों के बिल्कुल ऊपर चर्म रोग विभाग का वार्ड है। आग की सूचना मिलते ही अस्पताल में अफरा-तफरी फैल गई और वहां मौजूद लोगों ने मरीजों को बाहर निकालना शुरू कर दिया।
आग ने कुछ ही देर में पूरे अस्पताल परिसर को अपनी चपेट में ले लिया। आक्सीजन सपोर्ट पर लेटे मरीजों का दम घुटने लगा और इमजेंसी वार्ड में भगदड़ मच गई। मरीजों को अस्पताल से बाहर सड़क पर लाया गया। कई मरीजों को खिड़कियां तोड़ कर बाहर निकाला गया।
जिस समय अस्पताल में आग लगी, उस समय यहां के ऑपरेशन थियेटर में मरीजों के ऑपरेशन चल रहे थे। सभी मरीजों को बाहर निकाल कर सड़क पर लाया गया।
घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की गाड़ियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस घटना पर ट्वीट करते हुए कहा कि फायर फाइटर्स की मुस्तैदी से हालात पर काबू पा लिया गया है। परमात्मा की कृपा से कोई जानी नुकसान नहीं हुआ।

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