कुदरत का करिश्मा, भैंस ने जना बछड़ा

बलिया। वाकई प्रकृति रंग बदल रही है। यदि ऐसा नहीं होता तो एक भैंस कभी बछड़े को जन्म न देती। जी हां, आप सही पढ़ रहे हैं। यह चौकाने वाला वाकया बांसडीह तहसील क्षेत्र के बेरुआरबारी ब्लाक अंतर्गत असेगा गांव का है। यहां एक किसान के घर कुदरत का यह अप्रत्याशित करिश्मा देखने को मिला है। 

किसान की भैंस ने भूरे और सफेद रंग के गाय के बछड़े को जन्म दिया है, जो चर्चा का विषय बना हुआ है। बछड़े को देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ जुट रही है। लोग भैंस के जन्मे बछड़े को देख हैरत में पड़ जा रहे है। काले रंग की भैंस के हूबहू भूरे और सफेद रंग के बछड़े को लोग चमत्कार मान रहे है। भैंस ने बच्‍चा दिया तो घर में खुशी का माहौल था, लेकिन उसके रंग रूप और शारीरिक बनावट को लेकर सभी असमंजस में पड़ गये। थे। भैंस का पड़वा की भांति बच्‍चे का कोई व्‍यवहार नहीं था। लोगों ने यह देखा तो बड़े बुजुर्गों को भी जांच पड़ताल में लगाया। एक बुजुर्ग ने भैंस के उस नवजात के पड़वा की जगह बछड़े की भलीभांति पहचान की। वहीं जानकार, विशेषज्ञ और पशुपालक भी अचम्भे में हैं। हालांकि, बछड़ा पूरी तरह भैंस के बच्‍चे की तरह ह्रष्‍ट-पुष्‍ट है, लेकिन आगे का हिस्‍सा गाय के बछड़े की भांति है। पशु पालक असेगा निवासी राजनाथ चौधरी ने बताया कि मैंने एक प्राइवेट डॉक्टर से भैंस में सीमेन डलवाया था। यह कैसे हो गया? मैं क्या बताऊं? कुछ समझ में नहीं आ रहा। यह सब ईश्वर की लीला है। कभी कभार ही इस तरह का चमत्कार देखने सुनने को मिलता है। लेकिन, जो भी हुआ है वह अनोखा है। क्षेत्र में इस प्रकार की कभी ऐसी घटना सामने नहीं आई है। प्रभारी पशुचिकित्साधिकारी डॉ. संजय कुमार ने बताया कि गलत सीमेन पड़ने की वजह से ऐसा हुआ होगा। स्पर्म जो डाला गया था, सम्भव है उससे भैंस निषेचित हो गई हो। इसी के चलते ऐसा हो सकता है।


जानकार भी हैरान


इस मामले को लेकर विशेषज्ञ भी हैरान हैं। कुछ जानकारों ने बताया कि महिषवंशीय पशु के सफेद रंग के बछड़े को जन्म देने का वाक्या अजीब है। यह पहली बार सुनने में आया है। पशुओं में म्यूटेंट कैरेक्टर (उत्परिवर्ती वर्ण) के चलते कुछ परिवर्तन होता है, लेकिन पूरी प्रकृति बदलना आश्चर्य चकित करने वाला है।

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