खुशहाल परिवार दिवस : बच्चों के बीच सुरक्षित अंतर के लिए कारगर है “अंतरा” 

-          हापुड़ सीएचसी में सबसे ज्यादा 11 महिलाओं ने “अंतरा” अपनाया

 

-          जनपद में 39 महिलाओं ने लगवाईं आईयूसीडी और पीपीआईयूसीडी

हापुड़, 22 मई, 2022। दो बच्चों के बीच सुरक्षित अंतर रखने के लिए तिमाही गर्भनिरोधक इंजेक्शन “अंतरा” कारगर साबित हो रहा है। महिलाओं की पहली पसंद “अंतरा” होने का सबसे बड़ा कारण हैएक खुराक लेने के बाद तीन माह की छुट्टी। यह कहना है शनिवार को खुशहाल परिवार दिवस के आयोजन के अवसर पर हापुड़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची रीना (बदला हुआ नाम) का। उनका कहना है कि “अंतरा” सुरक्षित भी है। रोजाना इस्तेमाल होने वाले उपायों में भूल-चूक का खतरा बना रहता है। 

मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. रेखा शर्मा ने बताया परिवार नियोजन के किसी भी साधन के बारे में यदि कोई जानकारी लेनी है तो इसके लिए हर सप्ताह बृहस्पतिवार को अंतराल दिवस का आयोजन किया जाता है। इसके अलावा बुधवार और शनिवार को आयोजित होने वाले ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवस और हर माह की 21 तारीख को खुशहाल परिवार दिवस के मौके पर विस्तृत जानकारी और परिवार नियोजन संबंधी सेवाएं प्रदान की जाती हैं। खास बात यह है कि खुशहाल परिवार दिवस के मौके पर लाभार्थियों को उनकी इच्छा के मुताबिक परिवार नियोजन साधन चुनने का विकल्प दिया जाता है। 

परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डा. प्रवीण शर्मा ने बताया शनिवार को जनपद के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर आयोजित खुशहाल परिवार दिवस के मौके पर परिवार नियोजन के लिए काउंसलिंग के साथ ही लाभार्थियों की इच्छा के अनुसार परिवार नियोजन के साधन भी उपलब्ध कराए गए। जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ बृजभान यादव ने बताया - खुशहाल परिवार दिवस पर शनिवार को हापुड़ सीएचसी में एक महिला ने स्वेच्छा से नसबंदी कराई। जनपद में कुल 39 महिलाओं ने परिवार नियोजन के अस्थाई साधन के रूप में आईयूसीडी और पीपीआईयूसी लगवाईं। सबसे ज्यादा सिंभावली सीएचसी में 15 महिलाओं ने आईयूसीडी अपनाई। इसके साथ ही 26 महिलाओं ने बच्चों के बीच सुरक्षित अंतर रखने के लिए तिमाही गर्भनिरोधक इंजेक्शन “अंतरा” पर भरोसा जताया। सबसे ज्यादा 12 अंतरा हापुड़ सीएचसी में लगाए गए। इसके अलावा 71 महिलाओं को गर्भनिरोधक गोली “छाया” और 114 को माला-एन प्रदान की गई।

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प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व क्लीनिक का आयोजन मंगलवार को

मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. रेखा शर्मा ने बताया मातृ एवं शिशु मृत्यु दर पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व क्लीनिक का आयोजन मंगलवार (24 मई) को एफआरयू स्तरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों यानि हापुड़गढ़ और धौलाना सीएचसी पर होगा। अप्रैल माह से शुरू हुए प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व क्लीनिक में विशेषज्ञ या एमबीबीएस चिकित्सक के परामर्श के साथ ही गर्भवती को निशुल्क रक्त जांचरक्तचाप जांचपेशाब जांचहीमोग्लोबिन जांच और अल्ट्रासाउंड की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। सीएमओ ने बताया प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व क्लीनिक का आयोजन दरअसल प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) का विस्तार है। पीएमएसएमए का आयोजन हर माह की नौ तारीख को सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर किया जाता है। अभियान के दौरान हाई रिस्क प्रेगनेंसी (एचआरपी) की पहचान करने के लिए गर्भवती महिलाओं की जांच की जाती है ताकि उसके लिए समय रहते सुरक्षित प्रसव का प्रबंधन किया जा सके।  

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