मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पूर्व अपना दल (एस) ने रखा 1 करोड़ 10 लाख सदस्य जोड़ने का लक्ष्य


- विधानसभा चुनाव में मध्य प्रदेश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनेगी अपना दल (एस)

- युवाओं की प्रखर नेता बनीं पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल

- जिला-संभाग-तहसील स्तर पर समितियों का गठन

- ग्वालियर, चम्बल, सतना, रीवा और बुंदेलखंड क्षेत्र में पार्टी का अच्छा प्रभुत्व

भोपाल: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में आशातीत सफलता प्राप्त करने के बाद, अपना दल (एस) ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों के मद्देनजर जमीनी स्तर पर काम करना शुरू कर दिया है। इसके लिए अपना दल (एस) मध्य प्रदेश संगठन के सभी सदस्यों व कार्यकर्ताओं को दिशा निर्देश जारी किये गए हैं। जिसमें कहा गया है कि वह अपने क्षेत्र में पार्टी प्रचारक के रूप में अधिक से अधिक सदस्यों को जोड़ने का प्रयन्त करें तथा प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव से पूर्व 1 करोड़ 10 लाख नए सदस्य जोड़ने का लक्ष्य प्राप्त करने में महत्वपूर्व भूमिका निभाएं। पार्टी ने राज्य स्तर पर टीमों का गठन करना भी शुरू कर दिया है। वहीं ग्वालियर, चम्बल, सतना, रीवा और बुंदेलखंड जैसे जिलों में, जहां पार्टी का अच्छा प्रभुत्व देखने को मिलता है, वहां कार्यकर्ताओं को धरातल पर उतर कर, जन संपर्क साधने के लिए कहा गया है।

अपना दल (एस) के प्रदेशाध्यक्ष श्री अमृतलाल पटेल ने हाल में हुए एक साक्षात्कार के माध्यम से कहा कि "अपना दल (एस) राष्ट्रीय कार्यकारिणी के मार्गदर्शन में मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अंदरूनी सक्रियता के साथ कार्य कर रही है। हमारा ध्येय पिछड़े, वंचितों, शोषितों के प्रति पार्टी के समर्पण को जन-जन तक पहुंचना है। हम जिला-संभाग-तहसील स्तर पर समितियों का गठन कर के, ऑनलाइन व ऑफलाइन माध्यम से नए व युवा साथियों को साथ लाने के लिए प्रयासरत हैं। मौजूदा राजनीति में युवाओं की सबसे प्रखर आवाज हमारी राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती अनुप्रिया पटेल हैं, और युवाओं ने उन्हें अपना नेता मान लिया है। मध्य प्रदेश की जनता जानती है कि सदन में उनकी आवाज उठाने वाले नेताओं में माननीय अनुप्रिया जी सबसे आगे हैं। आगामी चुनावों के लिए हम पूरे विश्वास के साथ कदम बढ़ा रहे हैं।" 

अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल के अनुसार, "अपना दल के संघर्षों ने ओबीसी के लिए आरक्षण को और मजबूत किया है। शिक्षक भर्ती से लेकर छोटे कामगारों के लिए पार्टी की कोशिशें रंग लाईं हैं। हम मध्य प्रदेश के सभी वर्गों को साथ लेकर चलने और प्रत्येक कमजोर वर्ग की सशक्त आवाज बनने में विश्वास रखते हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं की मेहनत और जन समर्थन से अपना दल (एस) मध्य प्रदेश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनने की दिशा में काम कर रही है।"   


अपना दल (एस) ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए, जिला, संभाग व तहसील स्तर पर समितियों का गठन किया है। सागर, दमोह, पन्ना, सतना, रीवा, जबलपुर, छिंदवाड़ा, बैतूल, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, खरगौन, खंडवा, हौशंगाबाद जैसे जिलों में टीम को एक्टिव होने के दिशा निर्देश दिए गए हैं। साथ ही तहसील स्तर पर सदस्यों को शामिल करने का आदेश भी दिया गया है। पार्टी राष्ट्रीय नेतृत्व में मध्य प्रदेश विधानसभा 2023 में सूबे की सभी 230 सीटों पर तैयारी कर रही है, जबकि पार्टी आलाकमान ने 

विभिन्न राजनीतिक समीकरणों पर अभी नजरें टिकाई हुई हैं।

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