सरधना में अधिवक्ताओं ने काम ठप रखकर जताया विरोध सौंपा ज्ञापन 


सरधना (मेरठ)  उत्तर प्रदेश सरकार के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी द्धारा जारी किए गए पत्र में वर्णित आपत्तिजनक अंश के विरोध में बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश ने आपात बैठक बुलाकर दिनांक शुक्रवार को विरोध दिवस मनाने का निर्णय लिया। जिसमें उत्तर प्रदेश की समस्त बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओ को विरोध दिवस मनाया। जिसके अनुपालन में प्रगति बार एसोसिएशन सरधना से जुड़े अधिवक्ताओं ने अपना कामकाज ठप करने के साथ मुख्य मंत्री के नाम प्रेषित एक ज्ञापन उपजिलाधिकारी सूरज पटेल की अनुपस्थिति में तहसीलदार नटवर लाल को सौंपा। जिसमे शासन से मांग करते हुए आपत्तिजनक अंश का संज्ञान लेते हुए कार्रवाई किए जाने की मांग की गयी। उन्होंने कहा कि अधिवक्ताओं को ऑफिसर ऑफ दी कोर्ट है जिस कारण अधिवक्ताओं के सम्बन्ध में कोई भी अमर्यादित टिप्पणी न की जाये। अधिवक्ता न्याय प्रणाली के अभिन्न व अविभाज्य अंग है। जनता के अधिकारो को अदालतो तक पहुंच रखने का मौलिक अधिकार है जिसको संवैधानिक मान्यता प्राप्त है और अधिवक्ता इसमें महत्वपूर्ण कडी है। अधिवक्ता समाज उपरोक्त पत्रों से बेहद आहत हुए है। यदि अधिवक्ताओं को विश्वास में लेकर अविलम्ब उपचारात्मक कदम नहीं उठाये गये तो बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश के सामने चरणबद्ध आन्दोलन छेडने के अलावा कोई विकल्प नही रह जायेगा। अधिवक्ताओं ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि अधिवक्ताओं का सम्मान एवं मौलिक अधिकारों व संवैधानिक मान्यता को मध्ये नजर रखते हुऐ अविलम्ब उपचारात्मक कदम उठाकर उक्त पत्रों को अविलम्ब वापस / निरस्त किया जाये।


इस अवसर पर प्रगति बार एसोसिएशन अध्यक्ष प्रमोद कुमार सैनी, महामंत्री एडवोकेट जियाउर्रहमान, पूर्व अध्यक्ष कुलदीप त्यागी, जिनेन्द्र जैन,वेदपाल सिंह सुरेंद्र सिंह प्रमोद प्रधानजी, कुलदीप, सत्यवीर सिंह,  पदम् दीक्षित, कुलदीप शर्मा, पवन शर्मा, मोहित गुप्ता, सचिन गर्ग, मनोज ठाकुर, संजीव पंवार, प्रदीप चौहान, अमित कुमार, सुनील कुमार उपाध्याय, अदि अध्वक्ता शामिल रहे। 


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