दूरबीन से ऑपरेशन कर बच्चेदानी से निकाली दो किलो की रसौली
मेरठ। अब मेरठ के न्यूटिमा हॉस्पिटल में बच्चेदानी होने वाली बडी-बडी रसौली यानी फाइब्रॉएड का दूरबीन की विधि से उपचार संभव है। नैनीताल की एक महिला की बच्चेदानी से दो किलो की रसौली को महिला चिकित्सा प्रियंक गर्ग ने दूरबीन की विधि से आपरेशन कर बाहर निकाला है। बच्चेदानी केअंदर से रसौली निकलने से महिला को जीवन दान मिला है।
मीडिया को जानकारी देते हुए गायनिक एंडोसकोपिक डा प्रियंक गर्ग ने बताया नैनीताल में रहने वाली मरीज ने दिल्ली के कई हॉस्पिटल, एम्स ऋषिकेश में सम्पर्क किया जहॉ पर उसे खुले ऑपरेशन की सलाह दी गयी और कहा की दूरबीन विधि से इतनी बड़ी रसौली निकालना संभव नहीं है। उन्होंने बताया उक्त महिला ने उनसे संपर्क किया। जिस पर आधुनिक हारमोनिक लेसर एवं मार्सिलेटर की सहायता से महिला का सफल ऑपरेशन किया गया।उन्होनेे बताया दूरबीन द्वारा ऑपरेशन से मरीज की पोस्ट-ऑप रिकवरी बहुत जल्दी होती है। दर्द तकलीफ कम होता है। ऑपरेशन केबाद कोई परहेज नहीं होते है। पेट कट न होने से हर्निया बनने की कोई समस्या भी नहीं रहती है।
उन्होने बताया कि ढाई से तीन किलो का बच्चा नीचे के रास्ते पैदा होता है। उसी प्रकार बडे फाइब्राइड को लेजर द्वारा अलग करके नीचे से निकाला जाता है। अगर रसौली उससे बडी हो तो मार्सिलेटर द्वारा छिल कर बाहर निकाला जा सकता है। उन्होने सभी महिलाओं को फाइब्राइड को हल्के में न लेने की सलाह दी ।
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