गैर संचारी रोगों की स्क्रीनिंग में मेरठ प्रदेश में अव्वल
बागपत व मुजफ्फरनगर जिले दूसरे व तीसरे पायदान पर

 मेरठ, 11 अप्रैल 2022। ई संजीवनी ऐप के बाद मेरठ जनपद ने गैर संचारी रोगों की स्क्रीनिंग के मामले में बाजी मारी है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में 73376 लोगों की स्क्रीनिंग कर जनपद ने प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है। इतना ही नहीं मंडल के बागपत ने 19469 लोगों की स्क्रीनिंग कर दूसरा प्राप्त किया है। वहीं सहारनपुर मंडल के मुजफ्फरनगर ने 18559 लोगों की स्क्रीनिंग कर तीसरा स्थान प्राप्त किया है। प्रदेश के टॉप 10 में मंडल के बुलंदशहर व गाजियाबाद भी शामिल हैं, जबकि हापुड़ का प्रदेश में 11 स्थानहै।
 मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अखिलेश मोहन ने बताया-आईसीएमआर की 2016 की रिपोर्ट के अनुसार कुल मौतों में गैर संचारी रोगों का योगदान 61.8 प्रतिशत था। इन मौतों पर लगाम लगाने के लिये केन्द्र सरकार द्वारा नेशनल हेल्थ मिशन के तहत कैंसर,मधुमेह और हृदय रोगों तथा स्ट्रोक की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिये राष्ट्रीय कार्यक्रम चलाया जा रहा है। प्रदेश भी यह कार्यक्रम चलाया जा रहा है। गैर संचारी रोग ऐसी दीर्घकालिक बीमारियां हैं जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलती हैं। गैर संचारी रोग के जोखिम उम्र बढ़ने,अस्वास्थ्यकर आहार,शारीरिक गतिविधि की कमी, उच्च रक्तचाप, उच्च रक्त शर्करा,उच्च कोलेस्ट्रॉल तथा अधिक वजन आदि के कारण बढ़ रहे हैं।
उन्होंने बताया वित्त वर्ष 2021-22 गैर संचारी रोग के तहत मेरठ में 92818 पंजीकृत किये गये, जिसमें 75051 लोगों को चिन्हित किया गया और73376 लोगों की स्क्रीनिंग की गयी। इस आधार पर मेरठ जनपद ने प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। दूसरा स्थान मेरठ मंडल के जनपद बागपत ने प्राप्त किया है, जहां पर 39872 लोगों का पंजीकरण किया गया, जिसमें 23752 लोगों को चिन्हित किया गया और 19469 लोगों की स्क्रीनिंग की गयी। तीसरा स्थान सहारनपुर मंडल के मुजफ्फरनगर ने प्राप्त किया है। यहां पर 42978 लोगों को पंजीकृत किया गया, जिसमें से 23485 लोगों को चिन्हित किया गया और 18559 लोगों की स्क्रीनिंग कीगयी। मेरठ मंडल का जिला बुलंदशहर प्रदेश में नौवें स्थान पर रहा है। यहां 19046 लोगों का पंजीकरण किया गया, जिसमें से 12070 को चिन्हित किया गया और 11795  लोगों की स्क्रीनिंग की गई । गाजियाबाद ने प्रदेश ने दसवां स्थान प्राप्त किया है। वहां 12392  लोगों का पंजीकरण कर 10538 लोगों को चिन्हित किया गया। यहां11713  लोगों की स्क्रीनिंग की गयी।
सीएमओ ने बताया विभाग का प्रयास रहता है कि कैंसर,मधुमेह,हृदय रोग और स्ट्रोक के मरीजों का पंजीकरण कर  उनका उपचार कराया जा सके और इन बीमारी से किसी को जान न गंवानी पड़े।
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