दिल्ली.मेरठ एक्सप्रेसवे पांचवें चरण के लिए तीन गांवों की जमीन अधिग्रहित
मेरठ। दिल्ली.मेरठ एक्सप्रेसवे के पांचवें चरण के लिए अब एनएचएआई ने तैयारी तेज कर दी है। एनएचएआई ने तीन गांवों की करीब 10 हेक्टेयर जमीन के अधिग्रहण की घोषणा कर दी है। इसके लिए 3 डी अधिसूचना अंतिम अधिसूचनाद्ध जारी कर दी गई है। अब इस अधिसूचना के बाद इन तीन गांवों की जमीन का किसी अन्य प्रयोजन में प्रयोग नहीं होगा।दिल्ली.मेरठ एक्सप्रेसवे को मेरठ शहर के और नजदीक लाने के उद्देश्य से 14.600 किमी का पांचवां चरण प्रस्तावित है। इस चरण का शिलान्यास पूर्व में हो चुका है। गत दिनों सांसद राजेन्द्र अग्रवाल ने खानपुर गांव में निर्माण कार्य का शुभारंभ किया था। किसानों के मुआवजा विवाद के कारण कार्रवाई फिलहाल आगे नहीं बढ़ी। अब एनएचएआई ने चुड़ियाला, जैनुद्दीनपुर और तहलैटा गांव की 10.1133 हेक्टेयर जमीन के अधिग्रहण का आदेश जारी कर दिया है, जिसकी सूचना जनवरी में जारी की गई थी। इन दोनों गांवों में सरकारी और निजी दोनों प्रकार की जमीन का अधिग्रहण दिल्ली.मेरठ एक्सप्रेसवे के पांचवें चरण के लिए होगा।
दोनों जिलों की जमीन में होना है निर्माण
दिल्ली.मेरठ एक्सप्रेसवे के पांचवें चरण में मेरठ और गाजियाबाद दोनों जिलों के 12 गांवों की जमीन में काम होना है। मेरठ जिले के नौ गांव और गाजियाबाद जिले के तीन गांवों की जमीन प्रस्तावित है।
309 करोड़ से होना है निर्माण
एनएचएआई के अनुसार दिल्ली.मेरठ एक्सप्रेसवे के पांचवें चरण के निर्माण पर 309 करोड़ 77 लाख की लागत आएगी। कंपनी को अवार्ड हो चुका है। अगले दो साल में निर्माण होना है।
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