होली के उपलक्ष में आयोजित कवि सम्मेलन मैं दिया भाईचारे का संदेश
सरधना (मेरठ) समाज विकास सेवा समिति के तत्वाधान में टंकी परिसर स्थित सामुदायिक भवन में होली के उपलक्ष में कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह आयोजित किया गया।
मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण के पश्चात सुरेश यादव दिव्य  ने अपना काव्य प्रस्तुत किया
तुम्हारे पास घर होते तुम्हें अपना बना लेते बुलाना तो ना बस में था मगर दिल में बसा लेते 
वहीं प्रदीप त्यागी सरावा ने गजलें प्रस्तुत करते हुए कुछ यूं कहा किसी पत्थर को मूर्ति में डालने के लिए हौसला चाहिए कोई ख्वाब पालने के लिए कैसे मुमकिन है कि पानी में जाकर खुश रहे ढूंढना पड़ता है मोदी निकालने के लिए
होली के इस अवसर पर प्रख्यात और पर्यावरण विद वरिष्ठ कवि ईश्वर चंद गंभीर ने होली के अवसर पर कुछ यू संदेश दिया होली खेलो जमके खेलो लेकिन इतना ध्यान रहे।
 भैया भी नाराज ना हो और भाभी का सम्मान रहे फुरकान सरधनवी ने अपनी गजल प्रस्तुत करते हुए कहा आओ नफरत को मिटायेंगे हम 
प्यार के गीत गुनगुन आएंगे हम 
यू उड़ाओ गुलाल होली में
 पिछली बातों को भूल जाएं हम कवि संजय जैन ने देशभक्ति की भावना को प्रज्जवलित करते हुए कहा हिंदुस्तान को जहां से जो गिराना चाहते हैं भारतीय मूल्यों को घटाना चाहते हैं
 जिन्ना वाली सोच के जो पूरक बने हुए
 आस्तीन के सांप साथ लिए हुए मेरठ से पधारे वरिष्ठ कवि राजेश्वर घायल ने अपनी बात इस प्रकार रखी हर फूल खुशबूदार नहीं होता 
हर किसी को हर किसी से प्यार नहीं होता
 जिस घर में जल्लादों का बसेरा हो घायल
 वह घर कभी गुलजार नहीं होता कवि  पत्रकार नरेंद्र त्यागी ने अपना काव्य प्रस्तुत करते हुए कहा मैं किधर जाऊं मैं किधर जाऊं
 मैं पूछता हूं रब से मुझे तूने क्यों बचाया झोली भरी थी खुशियों से अब क्यों रुलाया राम अवतार त्यागी ने कहा जल रही है यह जमी रो रहा है आसमान लहरा रही नफरत की फसलें सूख रहे खेत खलियान कवित्री कविता मधुर ने कहा अग्नि जब भी तुम तक आए तो बनो तप कर खरा सोना भले भुजंग रहे लिपटे मगर चंदन सदा होना एक और प्रसिद्ध कवित्री रचना वालिया ने कुछ इस प्रकार प्रेम की गंगा बिखेरी 
तू शाहजहां मेरा तेरी मुमताज बन जाऊं प्रेमगाथा जो दोहरा दो तो दूजा ताज बन जाऊं अमर सारे जमाने में तेरी मेरी कहानी हो 
तेरे अधरों की मैं रचना हंसी अल्फाज बन जाऊं।
 इन सब के अतिरिक्त अनेक स्थानीय कवियों ने भी अपना काव्य पाठ किया ।

 इस अवसर पर अध्यक्षता प्रोफेसर अशोक कुमार त्यागी और संचालन शिक्षक दीपक शर्मा ने किया।

आज विद्यार्थी विकास मंच के स्वर्गीय अध्यक्ष फैयाज अहमद को याद करते हुए उनकी धर्मपत्नी शिक्षिका श्रीमती रेहाना बेगम को विशेष तौर पर सम्मानित किया गया तथा फैयाज अहमद के द्वारा किए गए सामाजिक कार्यों को याद किया गया

  सभी  काव्य पाठ करने वाले  कवियों का शाल ओढ़ाकर पुष्पमाला के साथ मोतियों की माला एवं अभिनंदन पत्र  देकर स्वागत किया गया।
कार्यक्रम में संस्था अध्यक्ष मनमोहन त्यागी महामंत्री डॉ महेश सोम कोषाध्यक्ष शेखर त्यागी शाहवेज अंसारी राजीव जैन उमेश पंडित जुल्हेड़ा दीपक अरोरा मलखान सैनी शैलेंद्र गुप्ता जीशान कुरैशी बांके पवार नवीन त्यागी प्रत्यूष त्यागी श्रीमती विदुषी त्यागी राजकुमार शर्मा बृजमोहन शर्मा मंगू प्रधान वीरेंद्र चौधरी आदि सैकड़ों की संख्या में श्रोता उपस्थित रहे।
  सामाजिक सेवा समिति के अध्यक्ष मनमोहन त्यागी ने सभी का आभार व्यक्त किया

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