सरूरपुर में जातीय संघर्ष को रोकने के लिए की गई पंचायत


सरधना (मेरठ) होली के दिन से सरूरपुर में डीजे पर गाना बजाने लेकर हुआ जातीय संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा है । 2 दिन पहले जहां जाट समाज के लोगों द्वारा जाटव समाज के लोगों पर हमला किया गया,तो वहीं सोमवार की देर रात फिर यही घटना दोहराई गई। जिसमें दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। मामले को लेकर गांव में लगातार तनातनी बनी हुई और जातीय संघर्ष लगातार बढ़ता जा रहा है। हालांकि इस मामले को रोकने के लिए पुलिस अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर पाई है,तो वहीं दूसरी और मामले को लेकर मंगलवार को एक पंचायत भी हुई जिसमें दोनों जाति के लोग शामिल रहे। इसमें विवाद निपटाने की बात कही गई लेकिन मामले को लेकर अभी भी तनाव बरकरार बना हुआ है। 


 गौरतलब है कि सरूरपुर गांव में होली के दिन जाट समाज के लोगों ने डीजे पर ' आरएलडी आई रे का गाना बजा रखा था। इसको लेकर जाटव समाज के लोगों ने एतराज किया और डीजे बंद करा दिया। इसी विवाद को लेकर सुभाष व अशोक दोनों पक्षों के बीच जातीय संघर्ष की घटना हो गई। इस मामले को उस समय और तूल दिया गया जब वीडियो वायरल करके इसे राजनीतिक रंग देने की कोशिश की गई। जिसके कारण मामला बढ़ता चला गया और 2 दिन बाद फिर जाट समाज के युवकों ने जाटव समाज के सनी अभिषेक,मोहित  व चिंटू पर हमला बोल कर घायल कर दिए आरोपियों ने जातिसूचक शब्द कहे। हालांकि इस मामले में पीड़ित पदम की तहरीर पर मानी,अमित,रवि व गोलु सहित दो अन्य के खिलाफ एससी एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया। इस मामले में पुलिस कोई गिरफ्तारी नहीं कर पाई थी कि सोमवार की देर रात फिर जातीय संघर्ष के चलते जाटव समाज के ही कपिल पुत्र रामचंद्र  व मोहित पुत्र मनुलाल पर फिर जाट समाज के युवकों ने हमला बोल कर घायल कर दिया । इस मामले में भी पीड़ित की तहरीर पर हमलावर युवकों के खिलाफ एससी एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया गया। लगातार पांच दिनों से जातीय संघर्ष की घटना का दायरा बढ़ता गया जिसके चलते सोमवार की सुबह पुलिस एक्टिव मोड़ पर आई और सरधना सर्किल के 4 थानों की पुलिस ने आरोपियों की तलाश में ताबड़तोड़ दबिश दी लेकिन कोई आरोपी मौके पर नहीं मिला।जिसकी एवज में आरोपियों पर दबाव बनाते हुए पुलिस ने कुछ युवक जरूर दबोचे। जातीय संघर्ष की घटना में राजनीतिक तूल देने की पूरी कोशिश की गई। जिससे तनाव  और बढ़ गया। पिछले 5 दिनों से लगातार जातीय संघर्ष बढ़ता जा रहा है लेकिन पुलिस इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर पा रही है। हालांकि इस मामले में मंगलवार को दोनों जाति के लोगों की पंचायत हुई।जिसमें विवाद निपटाने की बात रखी गई। लेकिन कोई ठोस निर्णय नहीं निकल सका।  बताया गया कि दोनों पक्षों में समझौता करा दिया गया,तो वहीं दूसरी और पुलिस ने इस मामले में सख्त कार्रवाई करने की बात कही है । थानाध्यक्ष दिनेश प्रताप सिंह का कहना है कि नामजद आरोपियों को कतई  नहीं बख्शा जाएगा ।  के दिन से सरूरपुर में डीजे पर गाना बजाने लेकर हुआ जातीय संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा है । 2 दिन पहले जहां जाट समाज के लोगों द्वारा जाटव समाज के लोगों पर हमला किया गया,तो वहीं सोमवार की देर रात फिर यही घटना दोहराई गई। जिसमें दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। मामले को लेकर गांव में लगातार तनातनी बनी हुई और जातीय संघर्ष लगातार बढ़ता जा रहा है। हालांकि इस मामले को रोकने के लिए पुलिस अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर पाई है,तो वहीं दूसरी और मामले को लेकर मंगलवार को एक पंचायत भी हुई जिसमें दोनों जाति के लोग शामिल रहे। इसमें विवाद निपटाने की बात कही गई लेकिन मामले को लेकर अभी भी तनाव बरकरार बना हुआ है। 
 गौरतलब है कि सरूरपुर गांव में होली के दिन जाट समाज के लोगों ने डीजे पर ' आरएलडी आई रे का गाना बजा रखा था। इसको लेकर जाटव समाज के लोगों ने एतराज किया और डीजे बंद करा दिया। इसी विवाद को लेकर सुभाष व अशोक दोनों पक्षों के बीच जातीय संघर्ष की घटना हो गई। इस मामले को उस समय और तूल दिया गया जब वीडियो वायरल करके इसे राजनीतिक रंग देने की कोशिश की गई। जिसके कारण मामला बढ़ता चला गया और 2 दिन बाद फिर जाट समाज के युवकों ने जाटव समाज के सनी अभिषेक,मोहित  व चिंटू प होलीर हमला बोल कर घायल कर दिए आरोपियों ने जातिसूचक शब्द कहे। हालांकि इस मामले में पीड़ित पदम की तहरीर पर मानी,अमित,रवि व गोलु सहित दो अन्य के खिलाफ एससी एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया। इस मामले में पुलिस कोई गिरफ्तारी नहीं कर पाई थी कि सोमवार की देर रात फिर जातीय संघर्ष के चलते जाटव समाज के ही कपिल पुत्र रामचंद्र  व मोहित पुत्र मनुलाल पर फिर जाट समाज के युवकों ने हमला बोल कर घायल कर दिया । इस मामले में भी पीड़ित की तहरीर पर हमलावर युवकों के खिलाफ एससी एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया गया। लगातार पांच दिनों से जातीय संघर्ष की घटना का दायरा बढ़ता गया जिसके चलते सोमवार की सुबह पुलिस एक्टिव मोड़ पर आई और सरधना सर्किल के 4 थानों की पुलिस ने आरोपियों की तलाश में ताबड़तोड़ दबिश दी लेकिन कोई आरोपी मौके पर नहीं मिला।जिसकी एवज में आरोपियों पर दबाव बनाते हुए पुलिस ने कुछ युवक जरूर दबोचे। जातीय संघर्ष की घटना में राजनीतिक तूल देने की पूरी कोशिश की गई। जिससे तनाव  और बढ़ गया। पिछले 5 दिनों से लगातार जातीय संघर्ष बढ़ता जा रहा है लेकिन पुलिस इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर पा रही है। हालांकि इस मामले में मंगलवार को दोनों जाति के लोगों की पंचायत हुई।जिसमें विवाद निपटाने की बात रखी गई। लेकिन कोई ठोस निर्णय नहीं निकल सका।  बताया गया कि दोनों पक्षों में समझौता करा दिया गया,तो वहीं दूसरी और पुलिस ने इस मामले में सख्त कार्रवाई करने की बात कही है । थानाध्यक्ष दिनेश प्रताप सिंह का कहना है कि नामजद आरोपियों को कतई  नहीं बख्शा जाएगा । 

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