अब बीपीएचसी बघरा पर भी उपलब्ध होगी अंतरा इंजेक्शन की सुविधा
गर्भनिरोधक गोली छाया भी उपलब्ध रहेगी
मुजफ्फरनगर, 9 मार्च 2022।परिवार कल्याण कार्यक्रम के अंतर्गत बघरा ब्लॉक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र  पर गर्भनिरोधक गोली छाया और त्रैमासिक गर्भ निरोधक इंजेक्शन अंतरा का अनुस्थापन (ओरिएंटेशन) किया गया। इसी के साथ छाया और अंतरा को यहां लॉंच किया गया। पहले यह सुविधा बीपीएचसी बघरा पर उपलब्ध नहीं थी लेकिन अब यह सुविधा यहां उपलब्ध होगी। इसके साथ ही सीएचसी मखियाली पर भी छाया और अंतरा के बारे में एएनएम व सीएचओ को प्रशिक्षण दिया गया।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिव्या वर्मा ने कहा-परिवार नियोजन को बढ़ावा देने के लिए बीपीएचसी बघरा पर अंतरा इंजेक्शन व छाया गोली की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों में खाने की गोली छाया एक महत्वपूर्ण कड़ी है। इसे खाने की शुरुआत कभी भी की जा सकती है। प्रसव के तुरंत बाद भी इसकी शुरुआत की जा सकती है। तीन माह तक दो गोली प्रति सप्ताह और इसके बाद एक गोली प्रति सप्ताह निर्धारित दिवस पर खाई जा सकती है। पहली बार जिस दिन पहली गोली खाई है, तीन माह बाद उसी दिन प्रति सप्ताह एक गोली खानी है। परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों में अंतरा इंजेक्शन प्रति तीन माह के अंतर पर लगाया जाता है। इसे माहवारी आने के एक सप्ताह के अंदर और प्रसव होने के छह सप्ताह बाद ही लगाया जाता है। गर्भवती को यह इंजेक्शन नहीं लगाया जाता है।
बघरा बीपीएचसी के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. अजय चौधरी ने कहा- परिवार नियोजन एक जिम्मेदारी का काम होता है तथा योग्य दंपति में परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य विभाग प्रयासरत है। इसी के चलते बीपीएचसी बघरा पर भी अंतरा इंजेक्शन व छाया गोली को लॉंच किया गया है ताकि यह सुविधा आसानी से ग्रामीण क्षेत्रों में भी उपलब्ध हो सके और लोग इसका लाभ ले सकें। इसके साथ ही बीपीएचसी मख्याली पर भी छाया और अंतरा के बारे में आशा एएनएम को प्रशिक्षण दिया गया।
जिला परिवार कल्याण प्रबंधक डॉ. दिव्यांक दत्त ने बताया- डिलीवरी के बाद स्तनपान कराने वाली महिलायें, डिलीवरी के छह सप्ताह बाद, जो महिला दो बच्चों में अन्तर रखना चाहती हैं, वह अंतरा अपना सकती हैं। इसके साथ ही पहला इन्जेक्शन माहवारी शुरू होने के सात दिन के अन्दर, प्रसव होने के छह  सप्ताह बाद, गर्भपात होने के बाद सात दिन के अन्दर लगवाया जा सकता है।
इस अवसर पर एसीएमओ डॉ. दिव्या वर्मा, एमओआईसी डॉ. अजय चौधरी, एमओ डॉ. आस्था, जिला परिवार कल्याण एवं लॉजिस्टिक प्रबंधक डॉ. दिव्यांक दत्त, जिला परिवार कल्याण स्पेशलिस्ट खालिद हुसैन, एचईओ रमनदेव, बीसीपीएम दिलनवाज सहित स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी उपस्थित रहे।

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