डीएवी कॉलेज में दिलाई गई धूम्रपान न करने की शपथ
धूम्रपान छोड़ने के लिए इच्छाशक्ति जागृत करें : डॉ मनोज
मुजफ्फरनगर, 9 मार्च 2022। धूम्रपान से जुड़ी समस्याओं के बारे में जागरूक करने के लिए प्रत्येक वर्ष मार्च के दूसरे बुधवार को नो स्मोकिंग (धूम्रपान) दिवस मनाया जाता है। 'धूम्रपान निषेध दिवस 2022'  मनाने का उद्देश्य लोगों को धूम्रपान की बुरी आदतों से निजात दिलाना होता है। इसी कड़ी में बुधवार क जनपद के डीएवी पीजी कॉलेज में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें शिक्षकों और छात्रों को तंबाकू सेवन से होने वाले नुकसान के बारे में बताते हुए धूम्रपान न करने की शपथ दिलाई गई।
मनोचिकित्सक डॉ अर्पण जैन ने कहा- ‘धूम्रपान से आप घातक बीमारियों की चपेट में बहुत जल्दी आ जाते हैं। धूम्रपान एवं तंबाकू का सेवन शरीर को इसका आदी बना देता है। तंबाकू में निकोटिन होता है, जो आपके रक्त में प्रवाहित होता है और शरीर को इसकी लत लग जाती है। तंबाकू में पाया जाने वाला निकोटिन मुंह के माध्यम से प्रवेश करके आपके फेफड़ों, हृदय, अमाशय और रक्त नलिकाओं में पहुंच कर भारी नुकसान पहुंचाता है।’
साइकोथेरेपिस्ट डा. मनोज कुमार ने तम्बाकू सेवन से होने वाले नुक़सान के बारे में शिक्षकों एवं छात्रों को बताया और ‌धूम्रपान न करने की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा- तंबाकू या सिगरेट हानिकारक होते हैं, जिसके सेवन से कई तरह के रोग हो सकते हैं। इसका अधिक सेवन गंभीर बीमारियों को बढ़ावा देता है और शरीर को कमजोर बना देता है। कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी धूम्रपान के कारण ही होती है। वहीं हृदय से जुड़ी बीमारियां भी सबसे ज्यादा धूम्रपान सेवन की वजह से होने लगी हैं। धूम्रपान की आदत लग जाने के बाद इसे छोड़ना मुश्किल हो जाता है। लेकिन अगर आपको सिगरेट या तंबाकू की लत छोड़नी है तो सबसे पहले खुद के भीतर की इच्छाशक्ति को जागृत करें और फिर उस निर्णय पर अडिग रहें।

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