महिला जन्म से ही सशक्त होती है : प्रोफेसर संगीता शुक्ला
महिलाओं को हम देवी के रूप में पूजते हैं
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर 6 महिलाओं को किया गया सम्मानित
मेरठ। महिला जन्म से सशक्त होती है लेकिन समय और परिस्थिति के अनुसार महिलाओं को और सशक्त होने की आवश्यकता है आज हम किसी भी क्षेत्र में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं केवल अपनी शक्ति को पहचानने की आवश्यकता है यह बात चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने कहीं।
सर छोटू राम इंजीनियरिंग कॉलेज के अप्लाइड साइंस विभाग के ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम के दौरान कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने कहा कि समाज देवी के रूप में महिलाओं को पूजता है क्योंकि महिला पहले से ही सशक्त थी महिलाओं को अपने अंदर छवि शक्ति को पहचानना होगा और उस शक्ति को बाहर निकालना होगा यदि हमने अपनी शक्ति को पहचान लिया तो हमारे साथ कुछ भी अन्याय नहीं हो सकता। प्रति कुलपति प्रोफेसर वाई विमला ने कहा कि समाज को महिलाओं के प्रति अपनी सोच को बदलना होगा क्योंकि महिलाएं सशक्त हो रही है वर्तमान में महिलाओं की शक्ति को पहचान मिलने लगी है हम अपने को शिक्षित करें और अपने अधिकारों को जाने। कार्यक्रम के दौरान महिला सशक्तिकरण पर पेंटिंग पोट्रेट प्रतियोगिता भी कराई गई इसके अलावा छात्राओं द्वारा महिला सशक्तिकरण पर अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम गणनाट्य प्रस्तुति दी गई। इस दौरान खिलाड़ी अन्नू तूलिका चित्रा सिंह डॉ आशा जेनब खान व पूजा को सम्मानित भी किया गया। प्रोफ़ेसर जयमाला ने कार्यक्रम के बारे में विस्तार से बताया इस दौरान प्रोफेसर आराधना गुप्ता प्रोफेसर नीलू जैन गुप्ता प्रोफेसर बिंदु शर्मा डॉ अलका तिवारी डॉ प्रिया सिंह डॉ निधि भाटिया डॉक्टर सविता मित्तल डॉ जमाल अहमद सिद्धकी आदि मौजूद रहे।
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