दिल्ली को दहलाने की साजिश नाकाम


 सीमापुरी में बैग से आईईडी बरामद




नई दिल्ली।राजधानी दिल्ली को दहलाने की साजिश एक बार फिर नाकाम कर दी गई। इस बार भी यमुनापार में आईईडी बरामद किया गया। दरअसल, पुरानी सीमापुरी स्थित एक मकान में गुरुवार दोपहर दिल्ली पुलिस स्पेशल ने सेल तलाशी ली, जहां एक संदिग्ध बैग मिला। इसके बाद मौके पर एनएसजी, बम स्क्वॉड, डॉग स्क्वॉड, फायर व एफएसएल समेत कई एजेंसियों की टीम मौके पर पहुंच गई। बैग की जांच शुरू की और इसमें आईईडी होने की पुष्टि की गई। एफएसएल की टीम फोरेंसिक में जुटी हुई है। वहीं, एनएसजी की टीम ने आईईडी को खुले स्थान पर उसे डिफ्यूज कर दिया।

पुलिस के अनुसार, यमुनापार के गाजीपुर फूल मंडी में 14 जनवरी को मिले आईईडी की जांच करते हुए स्पेशल सेल की टीम चार युवकों की तलाश में पुरानी सीमापुरी पहुंची थी। टीम दोपहर करीब पौने दो बजे सुनार वाली गली में स्थित तीन मंजिला मकान नंबर-49 पर पहुंची। टीम छापेमारी के लिए दूसरी मंजिल पर पहुंची लेकिन युवक वहां नहीं मिले। पुलिस दरवाजा तोड़ अंदर गई तो काले रंग के संदिग्ध बैग के अलावा काफी सामान बरामद हुआ। इसपर पुलिस ने उनके कमरे की तलाशी ली तो कुछ संदिग्ध सामान रखा एक बैग मिला। जांच में संदिग्ध वस्तु के आईईडी होने की पुष्टि हुई। इसके बाद एनएसजी की टीम बम डिफ्यूसिंग मशीन में रखकर आईईडी को दिलशाद गार्डन के एक पार्क में ले गई, जहां गहरा गड्ढा खोदकर बम को डिफ्यूज किया गया। आसपास के मार्केट व दुकानों के साथ ही ट्रैफिक को भी बंद कर दिया गया था। स्पेशल सेल और एनएसजी की टीम जांच कर रही है।
सूत्रों की मानें तो यह विस्फोटक गाजीपुर से मिले आईईडी से काफी मेल खाता है। खास बात यह है कि एजेंसियां यह भी मान रही हैं कि कुल्लू में भी बरामद विस्फोटक इसी तरह का था। सूत्रों के मुताबिक, 29 जनवरी की रात हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में पार्किंग में खड़ी एक कार में हुए धमाके के तार गाजीपुर में बरामद आईईडी से जुड़े हैं। बताया जा रहा है कि एफएसएल की टीम ने कार से जो मैगनेट बरामद किए थे, वो गाजीपुर से भी बरामद विस्फोटक से मेल खाते हैं। ऐसे में अब गुरुवार को फिर इसी तरह से मेल खाता हुआ आईईडी दिल्ली की पुरानी सीमापुरी के मकान से बरामद हुआ है। स्पेशल सेल यह मानते हुए अपनी तफ्तीश आगे बढ़ा रही है कि तीनों जगहों के विस्फोटक से एक ही मॉड्यूल के तार जुड़े हैं।
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10-12 दिन पूर्व इस मकान में रहने आए थे तीन युवक
मकान के मालिक आसिम ने बताया कि कुछ समय पूर्व उसके पिता कासिम की मौत हो गई थी। उसके बाद मकान की देखभाल का जिम्मा उसे मिला था। वह खुद चांद मस्जिद वाली गली में रहता है। सुनार वाली गली में उसका तीन मंजिला एक दूसरा मकान है, जिसमें करीब दो माह पूर्व इसने एक युवक को किराये पर दिया था। जांच में पता चला है कि करीब 10-12 दिन पूर्व इस मकान में तीन अन्य युवक आकर रहने लगे थे। वह क्या करते थे और कब आते-जाते थे, इसका किसी को भी पता नहीं। मकान मालिक आसिम ने बताया कि उसने पड़ोस के प्रॉपर्टी डीलर शकील के कहने पर कमरे किराये पर दिया था। इन सभी लड़कों का पुलिस वेरीफिकेशन भी नहीं हो सका था।

दिल्ली-यूपी में दर्जनों जगहों पर छापेमारी
स्पेशल सेल के अलावा बाकी जांच एजेंसियां मामले की तफ्तीश में जुटी हुई हैं। पुलिस उस प्रॉपर्टी डीलर की भी तलाश कर रही है। पुलिस को चारों आरोपियों का फोटो व उनके मूल निवास का पता चला है। आधा दर्जन टीमों को संदिग्धों की तलाश में दिल्ली और यूपी भेजा गया है। दर्जनों स्थानों पर छापेमारी की जा रही है। उधर, सूत्रों का कहना है कि आरोपियों को शायद पुलिस की भनक लग गई थी। इसलिए वह कमरा बंद कर फरार हो गए। आईईडी मिलने के बाद पुलिस ने पूरी बिल्डिंग से लोगों को निकालकर उसकी तलाशी ली।
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स्लीपर सेल से जुड़े हो सकते हैं फरार संदिग्ध युवक
शक जताया जा रहा है कि इस घर में रहने वाले लड़के स्लीपर सेल से जुड़े हो सकते हैं। वे किसी बड़ी साजिश का हिस्सा हो सकते हैं। हालांकि, अभी तक स्पष्ट तौर पर पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है। दरअसल, पुलिस ने जो कुल्लू, गाजीपुर व अब सीमापुरी में विस्फोटक बरामद किया है, उसके पैटर्न, उसकी मात्रा और उसे तैयार करने के तौर-तरीकों के आधार पर यह तो कह रही है कि इसमें काफी समानता है। एक ही समूह का इन तीनों ही मामलों में हाथ हो सकता है, लेकिन यह ग्रुप आखिरकार कौन सा है? और यह ग्रुप कहां से संबंध रखता है? अभी इसे लेकर असमंजस बरकरार है।

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