हर महीने की नौ तारीख को गर्भवती जरूर कराएं स्वास्थ्य परीक्षण : डॉ. अजय

पहली बार मां बनने वाली महिलाओं को दिया जाता है  प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना  का लाभ 

 मुजफ्फरनगर, 6 दिसंबर 2021। स्वास्थ्य विभाग द्वारा गर्भवती को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के प्रयास लगातार जारी हैं। जनपद के सभी सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर मातृ मृत्यु एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए प्रत्येक माह की नौ तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस के तहत गर्भवती की प्रसव पूर्व जाँच की जाती है। सभी जांच निःशुल्क होती हैं। 

प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बघरा के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. अजय कुमार चौधरी ने बताया स्वास्थ्य विभाग का उद्देश्य यही रहता है कि जन्म लेने वाले बच्चे और माता दोनों का स्वास्थ्य व जीवन सुरक्षित रहे I इसके लिए प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस के अन्तर्गत दूसरी व तीसरी तिमाही की सभी गर्भवती की कम से कम एक जाँच वरिष्ठ चिकित्सक या प्रसूति एवं स्त्री विशेषज्ञ के द्वारा करायी जाती है। उन्होंने बताया ग्रामीण परिवेश में सभी गर्भवती को प्रसव पूर्व देखभाल के लिए प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस के अन्तर्गत सभी सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर हर माह की प्रत्येक नौ तारीख को सेवाएं दी जाती हैं।  प्रसव के पूर्व चार बार जाँच की जाती है। स्वास्थ्य केंद्रों पर  गर्भवती को शरीर में खून की कमी, रक्त समूह, वजन, यूरिन, मधुमेह, एच.आई.वी., सिफलिस की जाँच की जाती है, ताकि प्रसव में होने वाले जोखिम की पहचान हो सके और समय रहते माँ व बच्चे दोनों को सुरक्षित किया जा सके। इस विशेष दिवस पर उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं को चिन्हित कर विशेष स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए जनपद स्तर की चिकित्सा इकाई पर रैफर किया जाता है। 


महिला चिकित्साधिकारी डॉ. आस्था खोकर ने बताया हर माह की नौ  तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व  अभियान के तहत जहां गर्भवती  की जांच की जाती है वहीं  पहली बार मां बनने वाली महिलाओं को चिन्हित करके प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना ( पीएमएमवीवाई ) का लाभ भी दिया जाता है। 

उन्होंने बताया पहली बार गर्भवती होने पर योजना में पंजीकरण के लिए गर्भवती और उसके पति का कोई पहचान पत्र या आधार कार्ड, मातृ-शिशु सुरक्षा कार्ड, बैंक पासबुक की फोटो प्रति देनी होती है। बैंक अकाउंट ज्वाइंट नहीं होना चाहिए । पंजीकरण के साथ ही गर्भवती को प्रथम किश्त के रूप में 1000 रुपए दिए जाते हैं। प्रसव पूर्व कम से कम एक जांच होने और गर्भावस्था के छह माह पूरे होने पर दूसरी किश्त के रूप में 2000 रुपए और बच्चे के जन्म का पंजीकरण होने और बच्चे के प्रथम चक्र का टीकाकरण पूरा होने पर धात्री महिला को तीसरी किस्त के रूप में 2000 रुपए दिए जाते हैं। यह सभी भुगतान लाभार्थी के बैंक खाते में ही किए जाते हैं।

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