गीतकार गुलजार को नहीं मिलेगी मानद उपाधि

प्रयागराज। लफ्जों के बेताज बादशाह गीतकार गुलजार को आठ नवंबर को प्रस्तावित इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के दीक्षा समारोह में डिलिट की मानद उपाधि नहीं दी जाएगी। गुलजार को मानद उपाधि देने का निर्णय एकेडमिक काउंसिल और कार्य परिषद में लिया गया था। इसके बाद इसका प्रस्ताव तैयार कर केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को भेजा गया। मंत्रालय ने प्रस्ताव को मंजूरी नहीं दी है।
गीतकार गुलजार को मानद उपाधि न मिलने की जानकारी जनसंपर्क अधिकारी डाक्टर जया कपूर ने शनिवार को प्रयागराज शहर में बैंक रोड स्थित विश्वविद्यालय के गेस्ट हाउस में पत्रकारों से बातचीत के दौरान दी।
दरअसल, आठ नवंबर को इलाहाबाद विश्वविद्यालय का दीक्षा समारोह प्रस्तावित है। समारोह के मुख्य अतिथि केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान होंगे। बाम्बे स्टाक एक्सचेंज (बीएसई) के चीफ एक्जीक्यूटिव आफिसर (सीईओ) और मैनेजिंग डायरेक्टर आशीष चौहान कुलाधिपति की हैसियत से शामिल होंगे।
समारोह में गीतकार गुलजार को मानद उपाधि देने का निर्णय लिया गया था। कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव की अध्यक्षता में चार अगस्त को एकेडमिक काउंसिल की बैठक में अर्थशास्त्र विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर प्रशांत कुमार घोष के प्रस्ताव पर सर्वसम्मति से मुहर भी लग गई थी। कार्य परिषद ने भी इस फैसले को हरी झंडी दे दी। गुलजार ने आमंत्रण स्वीकार करते हुए आने की सहमति भी दे दी।
इसी बीच शनिवार को पीआरओ डाक्टर जया कपूर ने बताया कि अब तक मंत्रालय से गुलजार को मानद उपाधि देने के प्रस्ताव को मंजूरी नहीं मिली है। इसके अलावा इलाहाबाद विश्‍वविद्यालय की चीफ रेक्टर यानी सूबे की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल दीक्षा समारोह में शामिल नहीं होंगी। इस समारोह में 263 मेधावियों को मेडल और 550 होनहारों को पीएचडी की डिग्री अवार्ड दिया जाएगा।

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