खुले घूम रहे  कभी भी सांप्रदायिक बवाल को दे सकते हैं न्योता

- जब लोग पालको से इसका विरोध करते हैं तो  पालक फसाद पर आमादा हो जाते हैं
 सरधना से साजिद कुरैशी की रिपोर्ट
 सरधना (मेरठ) खुले घूम रहे सुअरों के कारण सरधना के लोगों का जीना दूभर हो रहा है। नगर वासियों ने बताया कि सुअर दिनभर गलियों में मूंह मारते फिरते है। नगर पालिका प्रशासन से दर्जनों बार शिकायत की जा चुकी है। बार-बार शिकायत करने के बाद भी नगर पालिका की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। नगर वासियों का कहना है कि बार-बार भगाने के बावजूद भी सुअर वापस मोहल्लो में आ जाते है। नपा प्रशासन अगर सुअरों के मालिकों हिदायत दे और कार्रवाई करें तो मोहल्ले में सुअरों से छुटकारा मिल जाएगा। नपा प्रशासन के ढीले रवैये के कारण नगरवासी बेहद परेशान है । उन्हें सुअरों के बीच रहने पर मजबूर होना पड़ रहा है। 
सरधना नगर में सुअरों का आतंक दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है। सूअर घरों में आने से भी नहीं कतराते। लोगों के घरों के सामने  सुअरों ने अपना डेरा डाल रखा है। नगर  प्रशासन से बार-बार कहने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा।
यह सब नपा प्रशासन की लापरवाही और अनदेखी की वजह से ऐसा हो रहा है। सुअर दिनभर गलियों में घूमते रहते है। ऐसे में लोगों का घर से बाहर निकला भी दूभर होता जा रहा है।
नगर पालिका प्रशासन सुअर मालिकों को खानापूर्ति  करते हुए मात्र नोटिस भेज दी है कार्रवाई कोई अमल में नहीं लाती है । नगर पालिका से बार-बार नोटिस तो भेज दिया जाता है लेकिन कोई उल्लंघन करने पर कोई भी कार्यवाही नहीं की जाती है जिसके चलते  कार्रवाई ना होने से सुअर मालिकों के हौसले पूरी तरह से बुलंद है । नगर वासियों का कहना है कि यदि सुअर मालिक से इस बात का विरोध करते हैं तो सूअर मालिक फसाद पर अमादा होते हैं ऐसे में कभी भी कोई भी बड़ा मामला सरधना  में हो सकता है । सुअरों को लेकर कभी भी सांप्रदायिक बवाल हो सकता है। लेकिन नगरपालिका प्रशासन इस ओर से पूरी तरह आंखें मूंदे हुए हैं। सूअर दिन भर गंदगी में मुंह मारते रहते हैं और फिर घरों व दुकानों में भी घुस जाते हैं। ऐसे में विभिन्न संक्रामक रोगों के फैलने का खतरा भी बना हुआ है। बीमारी का खतरा हो या सांप्रदायिक बवाल का खतरा हो दोनों ही नगर वासियों के लिए चिंता का विषय है।।


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