पुरुष नसबंदी पुरुषों की नैतिक ज़िम्मेदारीः बीना शर्मा
मुजफ्फरनगर। 27 नवंबर 2021शनिवार को सीएचसी खतौली और मीनू पेपर मिल के सहयोग से पुरुष नसबंदी पखवाड़ा को लेकर जागरुकता हेतू एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्यचिकित्साधिकारी, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, सर्जन अजीत चौधरी, समाज सेविका बीना शर्मा, बीसीपीएम, कविता, खालिद हुसैन तथा परिवार नियोजन विशेषज्ञों का योगदान रहा। वहीं मीनू पेपर मिल पर विक्की और डॉ. महक सिंह ने मौजूद रहे। बैठक के दौरान पुरुष नसबंदी को लेकर चर्चा की गई।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. महावीर सिंह फौजदार ने बताया कि संतुलित परिवार और बेहतर स्वास्थ्य के लिए पति-पत््नी दोनों की सहभागिता जरूरी है। इसमें सुधार लाने के लिए सरकार समय- समय पर मिशन परिवार विकास अभियान, परिवार नियोजन पखवाड़ा और दंपत्ति संपर्क पखवाड़ा जैसे कई कार्यक्रम चला रही है और लोगों को जागरुक कर रही है।
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी एवं परिवार नियोजन की नोडल अधिकारी डॉ. दिव्या वर्मा ने बताया कि सीएचसी खतौली पर आज दो पुरुषों ने नसबंदी कराई है। अभी तक सीएचसी खतौली पर 6 पुरुष नसबंदी हो चुकी है। उन्होंने बताया कि पुरुष नसबंदी तो महिला नसबंदी की तुलना में काफी आसान और सुरक्षित है। यह प्रक्रिया बिना चीरा एवं टांके के कम समय में ही पूरी हो जाती है। उसके बाद लाभार्थी आराम से घर जा सकते हैं। जिला अस्पताल ,और सीएचसी खतौली में पुरुष नसबंदी की सुविधा नि्शु्ल्क उपलब्ध है।
चिकित्साप्रभारी डॉ. अविनाश कुमार ने बताया कि पुरुष नसबंदी को लेकर लोग जागरुक हो रहे है। जिसका परिणाम भी देखने को मिल रहा है। आज दो पुरुषों ने नसबंदी कराई है। सीएचसी पर बेहतर कार्य के लिए डॉ. अजीत और पूरी टीम बधाई के पात्र है।
समाजसेविका बीना शर्मा ने बताया कि एक महिला पर घर और बच्चों की ज़िम्मेदारी भी होती है इसलिए बंध्याकरण के बाद आवश्यक शारीरिक आराम नहीं मिल पाती। ऐसे में पुरुषों की ये नैतिक ज़िम्मेदारी भी है कि वे आगे बढ़ कर नसबंदी को अपनाएं ।
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