मलबे में कई लोग जिंदा दफन, अब तक 25 की मौत
देहरादून।उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में बारिश कहर बनकर बरस रही है। मंगलवार को कुमाऊं में बारिश के कारण मलबे में दबकर अभी तक 19 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि सोमवार को प्रदेश में छह मौतें हुई थीं। सचिव आपदा प्रबंधन एस ए मुरुगेशन के मुताबिक दो दिन में प्रदेश में अभी तक 25 लोगों की मौत हो चुकी है।
मंगलवार सुबह नैनीताल जिले के रामगढ़ में धारी तहसील में दोषापानी और तिशापानी में बादल फट गया। इस दौरान मजदूरों की झोपड़ी पर रिटेनिंग दीवार गिर गई। जिसमें सात लोग मलबे में दब गए। उधर, खैरना में झोपड़ी में पत्थर गिरने से दो लोगों की मौत हो गई। चंपावत के तेलवाड़ में एक व्यक्ति भूस्खलन की चपेट में आ गया। इस दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई। जबकि तीन लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। वहीं, अभी कुछ लोग मलबे में फंसे हैं। चंपावत के तेलवाड़ा में मलबे में दबने से एक युवक की मौत हो गई।
बाजपुर के गांव झाड़खंडी में गडरी नदी में बहे किसान रामदत्त भट्ट (45) का शव मिल गया है। शव घटना स्थल से करीब 200 सौ मीटर दूर से बरामद किया गया है। अल्मोड़ा के भिकियासैंण में एक मकान भूस्खलन की चपेट में आ गया। इस दौरान दो बच्चे मलबे में दब गए। जिनके शव बरामद कर लिए गए हैं। वहीं, अल्मोड़ा के ही एनटीडी क्षेत्र में एक मकान मलबे की चपेट में आ गया। इस दौरान एक मासूम की मौत हो गई।
गरमपानी में भारी बारिश के चलते हाईवे के निर्माणधीन कंपनी के दो मजदूरों की टिन शेड में आए मलबे में दबने से मौत हो गई। एनएच में चौड़ीकरण की देखरेख कर रहे तैयब खान ने बताया हादसे में हसमूद (40) और इमरान (34) निवासी भोजीपुरा बरेली यूपी की दबकर मौत हो गई। घटना की सूचना मिलने पर तहसीलदार बरखा ने दोनों की मौत की पुष्टि की है।
नैनीताल में सड़कों पर आया झील का पानी
उधर, नैनीताल में भारी बारिश से कई जगह पानी भर गया है। वहीं, तल्लीताल चौराहे में (डांठ) में लगभग दो इंच की दरार पड़ गई। सूचना मिलते ही एसडीएम और सीओ मौके पर पहुंच गए। कैंट रोड में पानी का बहाव बहुत तेज होने के कारण दुकानों के अंदर फंसे लोगों को सेना के जवानों ने रेस्क्यू कर निकाला।

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