अभिभावकों को स्कूल ने भेजे नोटिस तो खुला मामला
मेरठ। मेरठ पब्लिक स्कूल (एमपीएस) का क्लर्क छात्र-छात्राओं की फीस के 50 लाख रुपये लेकर फरार हो गया है। क्लर्क अभिभावकों से फीस के पैसे अपने निजी खातों में डलवाता रहा। स्कूल प्रबंधन ने अभिभावकों को फीस जमा करने के लिए नोटिस भेजा तो मामले का खुलासा हुआ। अब रविवार को स्कूल के प्रबंध संचालक (एमडी) विक्रजीत सिंह ने क्लर्क श्रुतिधर त्रिपाठी और उसके सहयोगी पारितोष त्रिपाठी के खिलाफ सदर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। क्लर्क फरार हो गया है और पुलिस जांच में जुटी है।  
जानकारी के अनुसार मेरठ पब्लिक स्कूल की वेस्ट एंड रोड स्थित मुख्य शाखा में क्लर्क/ कार्यालय अधीक्षक श्रुतिधर को प्रबंधन ने ऑनलाइन फीस जमा करने की जिम्मेदारी दी थी। वह 20 वर्षों से स्कूल में काम कर रहा था। प्रबंधन का आरोप है कि श्रुतिधर त्रिपाठी ने षड्यंत्र रचा और अभिभावकों से संपर्क कर बच्चों की स्कूल फीस अपने निजी बैंक खातों में गूगल पे, पेटीएम के जरिए जमा कराता रहा। इस काम के लिए श्रुतिधर ने पारितोष के साथ सदर बाजार में कंप्यूटर सेंटर खोल रखा था। अभिभावकों से फीस ऑनलाइन फीस वसूलने का काम इसी सेंटर से चल रहा था।
अभिभावकों को स्कूल ने भेजे नोटिस तो खुल गया मामला
कुछ दिन पहले प्रबंधन ने फीस जमा न करने वाले बच्चों के अभिभावकों का नोटिस भेजे। इन अभिभावकों ने प्रबंधन से मिलकर बताया कि वह तो पूरी फीस पहले ही जमा कर चुके हैं। उन्होंने इसकी रसीदें भी दिखाईं। प्रबंधन ने जांच कराई तो पता चला कि अभिभावकों से कुछ खातों में पैसे डलवाकर उन्हें फर्जी रसीदें दी गई थीं।
स्कूल के एमडी का आरोप है कि श्रुतिधर और पारितोष ने बच्चों के अभिभावकों से 50 लाख रुपये वसूले। आरोपी से बात की गई तो पहले उन्होंने पैसा लौटाने की बात कही, लेकिन बाद में स्कूल छोड़कर चले गए। प्रबंधन ने एसएसपी प्रभाकर चौधरी से मिलकर शिकायत की थी। जिस पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
इंस्पेक्टर सदर बाजार देव सिंह रावत का कहना है कि एमपीएस (मुख्य विंग) के प्रबंधक विक्रमजीत सिंह ने श्रुतिधर और पारितोष पर 50 लाख की धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए तहरीर दी है। आरोपी फरार है मामला दर्ज कर जांच की जा रही है।

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