टीबी रोकने के लिए नई साझेदारी बनाना जरूरीः डॉ. लोकेश


मुजफ्फरनगर, 7 सितम्बर 2021। वर्ष 2025 तक देश को टीबी मुक्त बनाने के उद्देश्य से प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन के आह्वान पर क्षय रोग विभाग के साथ स्वयं सेवी संस्थाएं लगातार काम कर रही हैं। इसी क्रम में मंगलवार को 0-18 वर्ष तक की आयुवर्ग के टीबी से ग्रसित बच्चों को गोद लेने के कार्यक्रम के तहत स्वयं सेवी संस्था भारत विकास परिषद द्वारा छह बच्चों को गोद लिया गया। इस अवसर पर छह बच्चों को राशन वितरित किया गया।

जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. लोकेश चंद गुप्ता ने कहा कि टीबी रोकने के लिए नई साझेदारी बनाना बेहद जरूरी है। टीबी से ग्रसित बच्चों के लिए संस्थाओं द्वारा किए गए प्रयास बेहद सराहनीय है। मंगलवार को छह बच्चों को स्वयं सेवी संस्था भारत विकास परिषद द्वारा गोद लिया गया। उन्होंने बताया-स्वास्थ्य विभाग द्वारा इन बच्चों को निशुल्क दवा दी जाती है और समय-समय पर उनकी काउंसलिंग भी की जाती है, जिससे इनके इलाज में किसी भी तरह की बाधा न आए और नियमित रूप से यह दवा का सेवन करते रहें। सरकार की ओर से टीबी के हर मरीज को इलाज के दौरान निक्षय पोषण योजना के तहत प्रतिमाह 500 रुपये दिये जाते हैं। यह धनराशि इलाज चलने तक उनके बैंक खाते में सीधे भेजी जाती है।

भारत विकास परिषद अध्यक्ष सुनील गर्ग एवं अध्यक्ष परम कीर्ति ने बताया कि संस्था तरफ से आगे भी टीबी से ग्रसित बच्चों को गोद लेने व राशन देने का कार्य लगातार जारी रहेगा। जिला क्रार्यक्रम समन्वयक सहबान ने बताया कि जनपद में फिलहाल 4143 टीबी से ग्रसित मरीजों का इलाज चल रहा है जिनमें 280 बच्चें शामिल है। कार्यक्रम को सफल बनाने में डिप्टी डीटीओ डॉ. नरेंद्र गुप्ता, डॉ. लोकेश चंद गुप्ता, भारत विकास परिषद अध्यक्ष सुनील गर्ग एवं अध्यक्ष परम कीर्ति व समस्त टीबी स्टाफ आदि लोग उपस्थित रह।

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